भोपाल: कोरोना मरीज के शव का देश में पहली बार पोस्टमॉर्टम,जानिए कितना खतरनाक है ये वायरस
मौत के 20 घंटे के बाद भी शवों की कोविड रिपोर्ट आई पॉजिटिव
भोपाल से भारती चनपुरिया की रिपोर्ट : – भोपाल (bhopal ) के डॉक्टरों ने एक इतिहास लिख दिया. देश में पहली बार यहां के AIIM में डॉक्टरों ने कोरोना वायरस(Corona Virus ) में मारे गए लोगों के शवों का पोस्टमॉर्ट (Postmortem) रिसर्च के लिए किया. पता चला कि कोरोना वायरस (Corona Virus) का असर कितना घातक साबित हुआ.
देश में पहली बार मध्य प्रदेश(madhapradesh ) की राजधानी भोपाल में कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया. पोस्टमॉर्टम में कोरोना वायरस कितना खतरनाक है इस बात का पता चला है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इससे आगे कोरोना से संबंधित रिसर्च और इलाज में मदद मिलने की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा इस रिसर्च पर सरकार विचार कर रही है. आगे और मदद भी मिलेगी.भोपाल AIIMS के डायरेक्टर डॉक्टर ने बताया कि 'पोस्टमॉर्टम से शरीर के अंगों पर कोरोना वायरस के पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी मिल सकेगी.
4 डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम : –
भोपाल एम्स के 4 डॉक्टरों ने 21 कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम किया. इनमें मेडिसिन डिपार्टमेंट की एडिशनल प्रोफेसर डॉ. जयंती यादव, सीनियर रेसीडेंट डॉ. बृंदा पटेल, पीजी स्टूडेंट डॉ. एस. महालक्ष्मी और डॉ. जे. श्रवण शामिल थे. इनमें तीन महिला और एक पुरुष डॉक्टर हैं. जिन शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया उनमें 15 पुरुष और 6 महिलाओं के थे. शवों की एटॉप्सी में खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस ने मरीज़ों के लंग्स, किडनी के साथ ब्रेन, पैंक्रियाज, लिवर और हार्ट तक को नुकसान पहुंचाया. कुछ मरीज़ों के ब्रेन में ज़बरदस्त संक्रमण था. साथ ही मौत के 20 घंटे के बाद भी शवों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. डॉक्टरों ने अगस्त से अक्टूबर 2020 के बीच 21 कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम कर उनके अंगों में कोविड के संक्रमण का एनालिसिस किया.
आब रिसर्च से मिलेगी मदद : –
एम्स में शवों के पोस्टमार्टम को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा महामारी में रिसर्च व स्टडी जरूरी है. एम्स की रिपोर्ट पर हम विचार कर रहे हैं. आने वाले समय में हमे कोरोना के इलाज में क्या नया जोड़ सकते हैं आब परिवर्तन करना है इसकी हम स्टडी कर रहे हैं. कोरोना को लेकर विस्तृत स्टडी करा रहे हैं.
अब तीसरी लहर की तैयारी : –
मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि कोविड की स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन कोविड का संक्रमण अभी है. तीसरी लहर के लिए नियंत्रण की पूरी तैयारी की हुई है. वैक्सीनेशन बहुत तेजी से हो रहा है. तीसरी लहर के लिए संस्थागत पूरी तैयारी की हुई है. हर अस्पताल में बिस्तरों की समुचित व्यवस्था हो. मुख्यमंत्री के निर्देश पर हेल्थ वर्कर्स का ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है. ऑक्सीजन प्लांट के इंस्टॉलेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है.