भोपाल नगर निगम ने फायर स्टेशन के स्टाफ को 7 दिन में घर खाली करने का नोटिस दिया
भोपाल नगर निगम ने फायर स्टेशन के स्टाफ को 7 दिन में घर खाली करने का नोटिस दिया
- कर्मचारियों ने घर खाली करने का विरोध किया
- 45 साल पुरानी है बिल्डिंग
- बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है
मध्यप्रदेश/भोपाल :
भोपाल नगर निगम ने फायर स्टेशन के स्टाफ के लिए बने भवनों को जर्जर घोषित किया है और उसमे रहने वाले कर्मचारियों को सात दिन के अंदर ही उन्हें खाली करने का निर्देश दिया है। कर्मचारियों ने इस बात का विरोध करते हुए कहा है की कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए उन्होंने घर खाली करने के लिए और समय दिया जाए।
भोपाल के फतेहगढ़ में स्थित निगम फायर स्टेशन की बिल्डिंग 45 साल पुरानी बताई जा रही है लगातार हो रही बारिश से मकानों के ढहने की आशंका को देखते हुए निगम ने अति जर्जर मकानों का चिन्हिंत कर उन्हे खाली करने के निर्देश दिए और 7 दिन में मकान खाली करने का नोटिस थमाया। इन सरकारी आवासों में फायरब्रिगेड विभाग के 18 परिवार रहते हैं।
वहा रहने वाले लोगों ने कहा कि वे क्वार्टर खाली करने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए थोड़े और समय की जरूरत है। उन्होंने नगर निमग कमिश्नर को पत्र लिख अधिक समय के लिए मांग की है। जिसके उन्हे अभी तक कोई जवाब नहीं आया. बता दें कि बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है जिसको वजह से कभी भी हादसा हो सकता है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि राजधानी में जून के दौरान ही मानसून की एंट्री हुई. पेड़ गिरने से कई बड़े हादसा भी हुए। लेकिन निगम को नींद अगस्त में खुली।