भोपाल:- सेवा में बहाली के साथ कोरोना महामारी में ड्यूटी करने वाले अतिथि विद्वानों को चिकित्सा एवं बीमा सुविधा दिये जाने की उठी मांग
भोपाल:- सेवा में बहाली के साथ कोरोना महामारी में ड्यूटी करने वाले अतिथि विद्वानों को चिकित्सा एवं बीमा सुविधा दिये जाने की उठी मांग
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर चरम पर पहुंचता जा रहा है और फालेन आउट अतिथिविद्वानों की अभी तक सेवा में बहाली नहीं हुई है.
अब इन मुद्दों को लेकर अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष डॉ सुजीत भदौरिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. पत्र लिखकर उन्होंने इन बिंदुओं पर सीएम से मांग की है.
पत्र में कहा कि उक्त विषय के सम्बंध में आपको अवगत कराया जा रहा है कि बिना उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के ही प्राचार्य और स्थानीय प्रशासन द्वारा कोविड-19 में अतिथि विद्वानों की ड्यूटी लगाई जा रही है। सिर्फ अतिथि विद्वानों की ड्यूटी प्राचार्य ने लगाई है जबकि एक भी नियमित प्राध्यापक की ड्यूटी नही लगाई गई है। इस प्रकार अतिथि विद्वानों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार सर्वथा गलत है। हम अतिथि विद्वान इस आधार पर ड्यूटी करने के लिए तैयार हैं-
1. सबसे पहले हमारे लगभग 500 फालेन आउट अतिथि विद्वानों की सेवा बहाली की जाय। इसके बाद समस्त अतिथि विद्वानों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। उसके लिए हम सब अतिथि विद्वान शासन का सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
2. अन्य राज्यों की तरह मध्यप्रदेश में भी मानदेय प्राप्त करने वाले ड्यूटीरत कर्मचारियों को संक्रमित होने पर पूर्ण चिकित्सा खर्च एवं मृत्यु होन पर परिवार को 50 लाख की सहायता राशि तथा परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने का आदेश प्रसारित किया जाय।
3. अतिथि विद्वानों के साथ में नियमित प्राध्यापकों की भी ड्यूटी लगाई जाय।
4. गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा के द्वारा कोविड-19 के तहत पुलिस विभाग में ड्यूटीरत कर्मचारियों के लिए जिस प्रकार घोषणा की गई। उसी प्रकार उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा ड्यूटीरत अतिथि विद्वानों के लिए भी आदेश जारी करें।
जानकारी साझा करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि विगत वर्ष में कोविड-19 के तहत ड्यूटी करते हुए संक्रमित हुए हमारे 3 साथियों की मौत हो गई है जिनके परिवार को शासन द्वारा किसी भी प्रकार का सहयोग नही किया गया। आज उनका परिवार बिखर कर सड़क में आ गया है। डॉ सुरजीत भदौरिया ने यह भी कहा कि हम आपको आश्वस्त कराते हैं कि हम अतिथि विद्वान इस महामारी के संकटकाल में शासन प्रशासन को हर कदम में साथ देने के लिए तैयार हैं। निवेदन यही है कि पहले हमारे लिए शासन द्वारा कुछ गाइड लाइन जारी करने की कृपा की जाय।
उन्होंने कहा कि आशा ही नही पूर्ण विश्वास है कि प्रदेश के अतिथि विद्वानों के साथ उपरोक्त बिन्दुओं को ध्यान में रखकर तुरन्त एक गाइड लाइन जारी किया जायेगा.