इंदौर की बेटी ने थामा पब्लिक बस का स्टेयरिंग, बनी पहली महिला बस ड्राइवर
- प्रदेश की पहली बस ड्राइवर महिला बनी रितु नरवले
- बचपन से ही ड्राइवर बनने का था सपना
- परिवार ने भी किया रितु को प्रेरित
इंदौर/निशा चौकसे:- मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के नाम पर कई सारे ख़िताब है, लेकिन अब इसमें एक रिकॉर्ड और जुड़ गया है. इंदौर की बेटी रितु नरवले ने शहर का मान बढ़ाया है, दरअसल, रितु नरवले ने गुरुवार को बीआरटीएस कॉरिडोर में पहली पिंक बस चलाई। बस में 50 महिला यात्री सवार थीं. एआईसीटीएसएल का दावा है कि रितु प्रदेश की पहली महिला बस ड्राइवर हैं. बता दें की आई बस चलाने के लिए एक और बेटी अर्चना भी ट्रेनिंग ले रही हैं. रितु ने राजीव गांधी प्रतिमा से निरंजनपुर और निरंजनपुर से राजीव गांधी प्रतिमा तक बस चलाई.
बचपन से था ड्राइविंग का शौक
रितु ने बताया कि उसने एक महीने तक रोजाना सुबह 3 से 5 बजे के बीच कॉरिडोर पर बस चलाने का अभ्यास किया था और पूरी तरह प्रशिक्षित होने के बाद गुरुवार को पूरे आत्मविश्वास के साथ बस चलने की शुरुआत की. रितु ने बताया कि उन्हें बचपन से ही ड्राइवर बनने का शौक था. स्कूल के दिनों में उन्होंने बच्चों को भी ड्राइविंगकी ट्रेनिंग दी है. आई बस चलाकर उन्हें बेहद खुशी महसूस हो रही है. उनके घर में माता-पिता, भाई, बहन को भी उनका यह फैसला पसंद आया. उन्होंने कहा सिटी बस कंपनी ने जिस तरह महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया, वह सराहनीय कदम है। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा.
महिला यात्री हुईं काफी खुश
महिलाओं के लिए चलाई जा रही पिंक बस में पहली बार महिला बस ड्राइवर्स को देखकर महिला यात्री भी काफी खुश हुईं और रितु का उत्साह बढ़ाया. रितु प्रदेश की पहली यात्री बस चलाने वाली महिला ड्राइवर बन गई है. कुछ दिनों तक दिन में कुछ राउंड रितु से लगवाए जाएंगे और फिर उन्हें पूरे समय के लिए बस चलाने को दी जाएगी। दूसरी महिला ड्राइवर अर्चना का प्रशिक्षण भी जारी है. जल्द ही वे भी यात्रियों को बैठाकर बस चलाना शुरू करेंगी.