महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों ने पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल से मिलकर रखी अपनी मांग
मध्यप्रदेश/भोपाल – महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों की मांग जायज़ है प्रदेश की संवेदनशील शिवराज सिंह चौहान की सरकार उचित निर्णय अतिथि विद्वानों के हित में करेगी ये बात पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अतिथि विद्वानों के एक प्रतिनिधि मंडल से कहीं। महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों के प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे मोर्चा वा संघ के प्रदेश मिडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय ने बताया कि हम लोगो ने पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल से मिलकर होली की शुभकामनाएं और बधाई दी। साथ ही अपनी मांगों को उनके समक्ष रखा और कहा कि सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी विपक्ष में रहते हुए अतिथि विद्वानों के चर्चित साहजहानी पार्क भोपाल में आकर नियमितीकरण का वादा किए थे और कहा था की जैसे ही सरकार बनती है तो हम आपका भविष्य सुरक्षित करेंगे साथ ही राज्यसभा संसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अतिथि विद्वानों के हित में सड़क में उतरने को बोले थे। उसी आंदोलन में डॉ नरोत्तम मिश्रा, डॉ गोपाल भार्गव सहित कई कद्दावर बीजेपी नेता आए और भविष्य सुरक्षित का वादा किया था।
डॉ आशीष पांडेय ने राजेन्द्र शुक्ल से आग्रह करते हुए निवेदन किया कि पिछले 26 वर्षों से उच्च शिक्षा की रीढ़ रहे अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करवाएं और जीने का अधिकार दें क्योंकि आप हमेशा अतिथि विद्वानों के हित में आगे बढ़ कर सहयोग करते आए हैं और अब आप हम अतिथि विद्वानों का पुनर्वास करें। आज भी पिछले एक वर्ष से कैबिनेट की मंजूरी के बाद भी 450 पदों को रोक कर रखा गया है और सैकड़ों उच्च शिक्षित अतिथि विद्वान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं।जिस पर राजेन्द्र शुक्ल ने सभी समस्यायों के निराकरण का पुर भरोसा दिलाया। प्रतिनिधि मंडल में डॉ प्रमोद तिवारी,डॉ नीरज मिश्रा, डॉ रोहित तिवारी, डॉ प्रवीण पाठक, डॉ विकास पांडेय आदि मौजूद रहे।