कांग्रेस में शामिल होंगे मंत्री विश्वास सारंग? दिग्विजय सिंह का बड़ा ऑफर
मध्यप्रदेश/राजगढ़ – नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया ने दोबारा कांग्रेस का हाथ थामा। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। कांग्रेस में हुई बाबूलाल चौरसिया की वापसी पर प्रदेश की सियासत गरमा गई हैं। जबकि कांग्रेस में चल रही सियासी अनबन का भी खुलासा हुआ। वहीं, सत्तापक्ष भाजपा भी कांग्रेस पर निशाना साधने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने दे रहीं हैं।
इसी कड़ी में शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस जॉइन निशाना साधा। सारंग ने कहा कि गांधी जी का सरनेम चुराकर उनके विचारों को तिलांजलि देने का काम कर रही है कांग्रेस। इस दौरान सारंग ने चौरसिया के कांग्रेस ज्वाइन करने से कांग्रेस में उपजी अंदरुनी कलह पर भी चुटकी ली और कहा कि हम तो पहले से कहते हैं आए हैं कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। जिस गांधी के सरनेम को चुराकर नेहरू परिवार ने देश में 70 साल तक राजनीति की उसी गांधी के विचारों को तिलांजलि देने का काम कांग्रेस के नेता करते आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि केवल टोपी पहन लेने से और सरनेम गांधी कर लेने से गांधीगिरी नहीं होगी।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विश्वास सारंग को यदि महात्मा गांधी से प्रेम है तो भाजपा छोड़ कांग्रेस में क्यो नही आ जाते।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा नाथूराम गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करवाने के बाद जारी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह सहित कई नेता बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में वापसी का विरोध कर रहें हैं।