गोडसे भक्त को मिला पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का समर्थन, अरुण यादव को बताया मामूली कार्यकर्ता

मध्यप्रदेश/देवास – नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया ने दोबारा कांग्रेस का हाथ थामा। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। कांग्रेस में हुई बाबूलाल चौरसिया की वापसी पर प्रदेश की सियासत गरमा गई हैं। जबकि कांग्रेस में चल रही सियासी अनबन का भी खुलासा हुआ। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और दिग्गज नेता अरुण यादव ने एक ट्वीट कर कमलनाथ के इस फ़ैसले का विरोध किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा की – ‘बापू हम शर्मिंदा हैं। महात्मा गांधी अमर रहे।
कांग्रेस नेता अरुण यादव के इस ट्वीट पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने पलटवार किया हैं। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- अरे ठीक है, ऐसे कई ट्वीट आते है दिनभर। बात ये है कि मैं तो गांधीजी के चरणों में प्रणाम करता हूँ। उनके विचारों को आज गोडसे के लोग मानने लगे गए। अरुण यादव मामूली कार्यकर्ता हैं। ऐसे करोड़ों-करोड़ो कार्यकर्ता है कांग्रेस में।
उन्होंने कहा- मेरे जैसे कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए ये गर्व का क्षण है कि गोडसे को मानने वाले लोग, पूजने वाले लोग, अब समझ गए कि ये देश गोडसे के विचारों से नहीं गांधी के विचारों से आगे बढ़ सकता हैं। इस राष्ट्र में दो विचार धाराएं चलती हैं। एक गांधी की, एक गोडसे की, तो अब देश की जनता भी समझ जाएगी कि देश में गोडसे की विचार धारा ही नहीं, अकेली, गांधी की विचार धारा चलेगी।
गौरतलब है कि बाबूलाल चौरसिया पहले कांग्रेस में ही थे, लेकिन पीछले नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड 44 से कांग्रेस से टिकट न मिलने पर वो हिंदू महासभा में शामिल हो गए थे। हिंदू महासभा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद बाबूलाल चौरसिया ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के मंदिर बनाने की मांग की थी।