नगर साईं खेड़ा का श्मशान घाट अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाता
साईंखेड़ा से दीपक अग्रवाल की खास रिपोर्ट – नगर साईं खेड़ा कहने को नगर परिषद का दर्जा प्राप्त है लेकिन यहां की हालत बद से बदतर हैं। इससे अच्छी तो गांव की ग्राम पंचायतें हैं। जहाँ चारों ओर गंदगी सभी 15 बाड में कीचड़ ही कीचड़ नगर में एक भी सुलभ कांप्लेक्स नहीं है ना ही प्रतिक्षालय है ना ही बस स्टैंड नगर में ऐसी छोटी मोटी कई समस्याएं हैं पर नगर की सबसे बड़ी समस्या हैैं। नगर का एकमात्र श्मशान घाट यहां जाने वाली रास्ता पर बरसात में इतना कीचड़ हो जाता है कि लोग हाथ में लकड़ी लेकर जाते हैं वाहन नहीं निकल पाता एवं शमशान घाट परिसर में अतिक्रमण के कारण जगह की कमी के साथ-साथ ना परिसर में कुर्सियां हैं ना छायादार पेड़ हैं।
मात्र 2 टीन सेट बने हुए हैं जिसमें एक सेट में लोहे की गार्डर भी नहीं है इस कारण उसका अभी तक उपयोग नहीं हुआ एक ही टीन सेट का उपयोग हो रहा हैं। बीच में नाले भी पडते हैं जिसमें निकलने में और लोगों को अर्थी ले जाने में दिक्कत होती हैं।
नगर परिषदअगर नगर का विकास नहीं कर रही तो कम से कम शमशान घाट जाने वाले रास्ते एवं शमशान घाट का ही विकास कर दें जिससे स्वर्ग जाने वाला आदमी शांति से श्मशान घाट तक जा सके।