मप्र में "शिव" अकेले करना चाहते है "राज", इसलिए उन्हें नहीं करना "मंत्रिमंडल" का गठन…!
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश की चौथी बार कमान संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान 23 मार्च से लगातार कोरोना युद्ध में लगे हुए हैं। सीएम पद की शपथ लेते ही वो कोरोना की जंग में अकेले जुट गए।
बता दे कि शिवराज सिंह ने अब तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं किया हैं। जिसके चलते मंत्री बनने के लिए जोर लगा रहे नेताओं का इन्तजार बढ़ गया हैं। हालांकि कल मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने बयान में कहा था कि फिलहाल कोरोना की इस जंग को जीतना है, मंत्रिमंडल का विस्तार थोड़े दिन बाद हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि आगे जैसी भी परिस्थितियां बनेंगी पार्टी के साथ विचार कर मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।
वहीं विपक्षी नेता भी कोरोना संकट में कोई मंत्री न होने पर सीएम पर निशाना साध रहे हैं। जबकि, राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा तो इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में जाने की बात कर चूक हैं।
हालांकि ऐसी अटकलें लगाई जा रहीं थी के शिवराज सिंह मंत्रिमंडल का गठन का फैसला मोदी के संबोधन के बाद लेंगे। लेकिन फिलहाल सीएम शिवराज मंत्रिमंडल गठन करने के मूड में नज़र नहीं आ रहे हैं।
उठ रहा है यह बड़ा सवाल
- आखिर सीएम शिवराज क्यों मंत्रिमंडल का गठन नहीं करना चाहते?
- क्या सीएम शिवराज अकेले कोरोना से लड़ सकते हैं?
- क्या पूरे प्रदेश में अकेले राज करना चाहते है शिवराज?
- क्या सीएम शिवराज कोरोना से जीत हासिल कर अकेले लूटना चाहते है वाहवाही?
- क्या मंत्रिमंडल का गठन करने के बाद सीएम शिवराज की पॉवर हो जायेगी कम?
ऐसे बहुत से कई सवाल है जो प्रदेश की जनता के मन मे उठ रहे हैं। हालांकि इसके पीछे सीएम चौहान की क्या रणनीति है ये तो वोही बता सकते हैं। लेकिन इस समय प्रदेश में कोरोना का कहर तेज़ी से फैल रहा है इस बात को ध्यान में रखना होगा।