बेरोजगारी ने ले ली इंजीनियर छात्रा की जान, 2 साल से तलाश रही थी जॉब
भोपाल/निशा चौकसे:-मध्य प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है. प्राइवेट सेक्टर हो या सरकारी सेक्टर बेरोजगारी ने जैसे अपना डेरा जमा रखा हो. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक मामला सामने आया है जहां बेरोजगारी से तंग आकर 24 साल की एक इंजीनियर ने फांसी लगा ली. परिजन अपनी बेटी को फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए लेकिन जब तक बहुत देर हो चुकी थी और उसकी जान नहीं बच पाई. परिजनों ने बताया कि जॉब नहीं मिलने से वह मानसिक तनाव में थी. 24 साल की इंजीनियर की पढ़ाई 2 साल पहले ही खत्म हो चुकी थी उसके बाद से ही वह जॉब की तलाश में थी. लेकिन उसे जॉब नहीं मिल रही थी. जिसके चलते रविवार दोपहर उसने पहली मंजिल में अपने कमरे में साड़ी से फांसी लगा ली.
घटना के दौरान मृतिका की मां घर के बाहर बैठी हुई थी दोपहर करीब 4.30 बजे मां घर के अंदर आई और उन्होंने आकृति को आवाज लगाई लेकिन बेटी ने कोई जवाब नहीं दिया मैं उसे आवाज लगाते हुए पहली मंजिल पर उसके कमरे तक पहुंची. मृतिका उन्हें कमरे में फंदे पर लटकी मिली मां पड़ोसियों की मदद से उसे अस्पताल ले गई इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतिका के पास से सुसाइड नोट मिला है. लेकिन अभी तक सुसाइड नोट का खुलासा नहीं हुआ है. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मध्यप्रदेश में बेरोजगारी से तंग आकर आत्महत्या करने वाले रोजाना कई मामले सामने आते हैं लेकिन फिर भी प्रदेश की बेरोजगारी कम नहीं हो रही है. युवाओं को आश्वासन दिया जाता है रोजगार का लेकिन यह केवल आश्वासन ही रह जाता है. इस पर अमल नहीं होता है. ना जाने आने वाले समय में प्रदेश के युवाओं को कब तक इस स्थिति का सामना करना होगा.