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आज है ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्मदिवस ,कुछ अनछुए पहलुओं से हम आप सभी पाठकों को कराते हैं रूबरू

ग्वालियर से गरिमा श्रीवास्तव की रिपोर्ट :-  आज यानि 1 जनवरी को कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्मदिन है।  ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के बहुचर्चित चेहरे हैं। आज 1 जनवरी को जहां पूरा देश नए वर्ष की खुशियां मन रहा है वहीं सिंधिया महल में पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव और माधवीराजे सिंधिया के एकलौते सुपुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया के जन्मदिवस सेलिब्रेशन की तैयारियां जोरो शोरो पर हैं।

प्रदेश के क़द्दावर नेता ज्योरादित्य सिंधिया बहुत ही ठाठ -बाट से अपना जीवन व्यतीत करते हैं। सिंधिया के समर्थकों में उनके जन्मदिवस को लेकर ख़ुशी की लहार दौड़ पड़ी है। चारों तरफ सिंधिया के प्रियजन उनके समर्थक उन्हें जन्मदिन की बधाइयाँ दे रहे हैं।

बताते चलें की ज्योरादित्य सिंधिया और उनका परिवार आलिशान महल में रहता है। सिंधिया के चहेते उन्हें देश का महाराज भी कहते हैं।

आइये सिंधिया से जुड़े खास पहलुओं पर नज़र डालते हैं :-

ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रिदर्शिनी सिंधिया के दो बच्चे हैं जिनमे एक पुत्र और दूसरी पुत्री है। पुत्र का नाम महाआर्यमन और पुत्री का नाम अनन्या राजे सिंधिया है। महाआर्यमन सिंधिया परिवार की चौथी पीढ़ी है।
सूत्रों का मानना है कि महाआर्यमन भी सियासत में अपने कदम ज़माने को तैयार हो गए हैं।

ग्वालियर का सिंधिया घराने का यह महल जय विलास पैलेस के नाम से मशहूर है। इसकी अनंत खूबसूरती सिर्फ भारत देश में नहीं विदेशों में भी जनि जाती है।
ग्वालियर में करीब 12,40,771  वर्ग फ़ीट में सिंधिया घराने का महल फैला हुआ है। यह एक पर्यटन स्थल भी बन चुका है इसे देखने देश विदेश से लोग आते हैं। सिंधिया का यह महल अपनी भव्यता और ख़ूबसूरती के लिए सम्पूर्ण विश्व में जाना जाता है। इस विशाल पैलेस का निर्माण महाराजा जयजी राव सिंधिया ने सन 1874 में कराया था। महल क निर्माण आजादी के पूर्व हुआ था। उस वक़्त इस महल की कीमत का अनुमान एक करोड़ रूपए लगाया गया था।

इस महल में एक म्यूज़ियम का निर्माण भी कराया गया है।  म्यूज़ियम में प्राचीन वस्तुएं देखने को मिलती हैं।

 

करीब 200 मिलियन डॉलर में हुआ था महल का निर्माण :-

बताते चलें की इस महल की अक्षोभ खूबसूरती का निर्माण करीब 200 मिलियन डॉलर में किया गया था। इसका विशाल छत और मुख्य द्वार पर सात -सात टन की वजनी बेल्जियम की झूमरें महल की शोभा में चार चाँद लगा देती हैं।  

 

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