हमीदिया अस्पताल की लापरवाही पर उमा भारती का बड़ा बयान, सरकार को दी हिदायत

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – राजधानी भोपाल के सबसे बड़े अस्पताल हमीदिया के कोविड वॉर्ड में बीती शुक्रवार को 2 घंटे तक बिजली गुल रही थी। आरोप है कि इस दौरान पॉवर बैकअप की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। इसी दौरान 3 मरीज़ो की मौत हो गई। जिसमें से एक मरीज़ कांग्रेस के पूर्व पार्षद अब्दुल रहीम भी शामिल हैं।
इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत गरम हैं। कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर राज्य की शिवराज सरकार को घेरी हुई हैं। इसी बीच मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती ने भी इसको लेकर चिंता जताई हैं। साथ ही सरकार को हिदायत भी दी हैं।
उमा भारती ने कहा कि मुझे समाचार पत्रों से जानकारी हुई है कि हमीदिया अस्पताल, भोपाल में दिनांक 11 दिसंबर की शाम को बिजली जाने से वेंटिलेटर बंद हो जाने पर तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की दुःखद मृत्यु हुई। यह गंभीर मसला है यह कैसे हुआ, किसकी लापरवाही से हुआ तथा इसकी वास्तविकता क्या है? मध्य प्रदेश के शासन को सभी तथ्यों को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही करनी चाहिए। एक भी जान लापरवाही से जावे यह पाप पूर्ण निंदनीय कृत्य है, इसके जिम्मेवार लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
गौरतलब है की बीती शुक्रवार को उस समय हमीदिया अस्पताल की हकीकत सामने आई जब यहां कोरोना यूनिट की बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होते ही यहां चीख-पुकार मच गई। जानकारी के मुताबिक, शाम 5:48 बजे बिजली गुल हुई थी, जो दो घंटे बाद 7:45 बजे वापस आई। इस दौरान कोरोना वार्डों में कुल 64 मरीज भर्ती थे। इनमें से 11 गंभीर मरीजों को आईसीयू वार्ड में रखा गया था।
बिजली गुल हो जाने के बाद इमरजेंसी बैकअप का सहारा लिया गया, लेकिन महज 10 मिनट में वह भी बंद हो गया। कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की मशीनें बंद हो गई। हाईफ्लो सपोर्ट पर चल रहे दो मरीजों की हालत बिगड़ गई। उनको वेंटिलेटर पर लिया, सीपीआर भी दिया गया। बावजूद इसके कांग्रेस से पार्षद अकबर खान के साथ साथ दो और लोगो की जान चली गई।