सिहोरा : कीमती सागौन की सुरक्षा में लगे चौकीदारों को 8 माह से मजदूरी के लाले
सिहोरा : कीमती सागौन की सुरक्षा में लगे चौकीदारों को 8 माह से मजदूरी के लाले
वन परिक्षेत्र सिहोरा के मझौली रेंज की इंद्राना बीट का मामला….
- चौकीदारों के परिवार में पड़े हैं खाने के लाले
- वन विभाग के अधिकारियों से लगाते रहें गुहार
- रोजी रोटी उधर पोषण के बुरे हैं उनके हाल
द लोकनीति डेस्क जबलपुर सिहोरा
देश -प्रदेश में कोरोना के चलते सभी लोग बुरी तरह प्रभावित हुए है हाल इतना बुरा है कि अब खाने -पीने के लाले पड़ गए है ऐसी ही स्थिति से वन परिक्षेत्र सिहोरा अंतर्गत इंद्राना बीट के चौकीदार गुज़र रहे है। दरअसल वन विभाग द्वारा सागौन की सुरक्षा के लिए यहाँ 5 चौकीदार लगाए गए है।लेकिन इन चौकीदारों को पिछले 8 महीने से किसी भी प्रकार का भुगतान औऱ मजदूरी नहीं किया गया।जिससे ये चौकीदार बेहद परेशान है औऱ मानसिक औऱ आर्थिक बोझ लेकर जी रहें है।इनका कहना है कि वन विभाग हमसे करोड़ो की सागौन रक्षा तो करवा रहा है लेकिन हमें हमारी मजदूरी नहीं दी जा रहीं है।
कई बार अधिकारियों से लगाई गुहार लेकिन कहासुनी कर टाल दिया जाता है चौकीदार रमन सिंह ,हिम्मत सिंह, मनीष लोधी, वीरेंद्र कोल,मुकेश दुबे ने बताया कि इंद्राना बीट के अंतर्गत बुडरई ,पड़रिया,नेगई, मुडारी,उमरिया ढीरहा में वन विभाग के सागौन प्लांटेशन में वर्ष 2012 सेवाएं दे रहे है लेकिन इस वर्ष कोरोना काल के दौरान उनका पिछले 8 माह का भुगतान नहीं हुआ है।मजदूरी नहीं मिलने से परिवार को पालना बेहद कठिन हो गया है, मजदूरी मांगने की बात पर सबंधित वन विभाग के अधिकारी आना-कानी करकें टाल देते है।
क्या कहतें है जिम्मेदार??
वन परिक्षेत्र सिहोरा की मझौली रेंज के इंद्राना बीट में सागौन के प्लांटेशन की सुरक्षा में लगे चौकीदारों की मजदूरी का भुगतान भोपाल से आवंटन नहीं मिलने के कारण रुका हुआ। हर माह वाउचर तैयार कर जबलपुर वन मंडल कार्यालय भेज दिया जाता है, जैसे ही आवंटन प्राप्त होगा संबंधित चौकीदारों की मजदूरी का भुगतान कर दिया जाएगा।
मुकेश पटेल, अनुविभागीय अधिकारी वन सिहोरा