अलग विंध्य प्रदेश : BJP विधायक नारायण त्रिपाठी ने खोला मोर्चा, बढ़ी शिवराज सरकार की मुश्किलें
मध्यप्रदेश/चुरहट – मंत्रिमंडल में विंध्य को प्रतिनिधित्व नहीं मिलने की नाराजगी को भुनाते हुए भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने पार्टी की नसीहत को दरकिनार करते हुए अलग विंध्य प्रदेश का बिगुल फूंक दिया हैं। उनकी इस मांग ने सियासत में हलचल मचा दी हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें बुलाकर पार्टी लाइन से हटकर कोई बात नहीं करने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद भी त्रिपाठी ने अलग विंध्यप्रदेश की मांग को लेकर संघर्ष करने की तैयारी कर ली हैं।
बता दे कि बुधवार को विधायक त्रिपाठी सैंकड़ों कारों का काफिला लेकर सीधी जिले के चुरहट पहुंचे। पृथक विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर विधायक सतना, रीवा और सीधी में जगह-जगह बैठक कर रहे हैं। साथ ही वह जन समर्थन भी जुटाने में लगे हैं। विंध्य में उनकी सक्रियता और आंदोलन पार्टी के अन्य नेताओं को भी रास नहीं आ रहा है, वहीं त्रिपाठी का यह आंदोलन कई नेताओं के लिए भी असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा हैं।
मालूम हो कि विंध्य क्षेत्र के ही गुढ़ से विधायक नागेंद्र सिंह ने भी नारायण त्रिपाठी की इस मांग का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से विंध्य क्षेत्र की उपेक्षा हो रही है, उसे देखते हुए पृथक राज्य बनना चाहिए। नागेंद्र सिंह ने कहा कि नारायण त्रिपाठी की मांग उचित है, लेकिन उन्हें पहले पार्टी फोरम में यह बात रखनी चाहिए।
वहीं मौके की तलाश में बैठी कांग्रेस भी त्रिपाठी की मांग पर बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर रही हैं। त्रिपाठी के यह तेवर भाजपा के लिए चिंता का मुद्दा बन गया हैं।
गौरतलब है कि कमलनाथ सरकार के दौरान विधानसभा में अपनी ही पार्टी के खिलाफ वोट देकर सुर्ख़ियों में आये मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी की नई मांग ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
वहीं विंध्य क्षेत्र में उनकी मांग से एक नई सियासी लहर दौड़ पड़ी हैं।