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चयनित शिक्षक फिर पहुंचे भोपाल, नियुक्ति की मांग पर अड़े, इनके मुद्दे पर कब चुप्पी तोड़ेंगे सीएम शिवराज?

 

 चयनित शिक्षक फिर पहुंचे भोपाल, नियुक्ति की मांग पर अड़े, इनके मुद्दे पर कब चुप्पी तोड़ेंगे सीएम शिवराज?

 

 

 भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्य प्रदेश में चयनित शिक्षकों का मुद्दा इन दिनों गरमाया हुआ है. हाल ही में एक चयनित शिक्षक ने अपने केस त्याग कर विरोध किया. बताते चलें कि दो 2018 से चयनित शिक्षक अपने अपॉइंटमेंट को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं.

 आज 27 जुलाई को एक बार फिर से चयनित शिक्षक राजधानी भोपाल पहुंचे हैं. पूर्व में स्कूल शिक्षा मंत्री ने चयनित शिक्षकों को यह आश्वासन दिया था कि वह 15 अगस्त को स्कूल में मिठाई खाएंगे. पर अब शिक्षक भर्ती को लेकर उन्होंने 30 अगस्त की तारीख दे दी है. यानी हम देख सकते हैं कि बार-बार चयनित शिक्षकों को तारीख पर तारीख पर तारीख़ दी जा रही..

 

सरकार कहीं ना कहीं बार-बार चयनित को बरगलाने का प्रयास कर रही है.

आज नीलम पार्क में चयनित शिक्षक फिर से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं.वह ज्ञापन के माध्यम से लगातार गुहार लगा रहे हैं. सोशल मीडिया पर अपॉइंटमेंट को लेकर मांग की जा रही है..

 

जॉइनिंग को लेकर शिक्षा मंत्री के बंगले यह चयनित अभ्यर्थी पहुचे थे. पर .नीलम पार्क में पुलिस ने इन्हें घेर लिया. चयनित शिक्षकों ने कहा है कि जब तक जॉइनिंग नहीं देंगे नीलम पार्क में जारी रहेगा..

प्रदेश में करीब 25 हजार चयनित शिक्षको को appoint नहीं किया गया है.

हाँलाकि काफी प्रदर्शन के बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ. और अब इनकी जॉइनिंग डेट जारी कराने की मांग है.

 

 चयनित शिक्षकों के मुद्दे पर सियासत भी शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चयनित शिक्षकों को लेकर सरकार का घेराव किया है. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार में प्रदेश में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया के समस्त चरण पूर्ण होने के बाद भी उनकी नियुक्ति का आदेश नही निकाला गया, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ?

 

नियुक्ति के इंतज़ार में आज ये चयनित अभ्यर्थी अपने परिवारों के साथ बेहद संकट का सामना करते हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहे है।

 विधायक पीसी शर्मा, जीतू पटवारी और कुणाल चौधरी ने भी चयनित शिक्षकों के मुद्दे पर सरकार को घेरा. कुणाल चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए यह सौभाग्य की बात है कि यहां पर युवाओं की संख्या ज्यादा है पर यह सरकार रोजगार की नहीं बेरोजगार करने वाली सरकार है. उन्होंने कहा कि जिनके पास रोजगार हैं उन्हें भी सैलरी ना देनी पड़े इसीलिए अब तक शिवराज सरकार नहीं करा रही चयनित_शिक्षकों की जॉइनिंग, और अन्य सभी भर्तियों को लेकर सरकार ने छलावा किया है.

 जीतू पटवारी ने कहा कि चयनित शिक्षकों की नियुक्ति सरकार का धर्म है इसे निभायें.. वही विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार सिर्फ युवाओं को छलने का प्रयास कर रही है..

 

 कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार तीस हज़ार चयनित शिक्षकों के साथ अमानवीयता कर रही है अन्याय कर रही है जिनकी वेरिफिकेशन सहित सभी तरह की औपचारिकताएं पूरी हो गई है उसके बाद भी उनको नियुक्ति नहीं दी जा रही है जबकि हमारी सरकार के दौरान प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया गया था और भाजपा सरकार बनने के बाद फिर वही अन्याय का सिलसिला चालू हो गया है कांग्रेस पार्टी चयनित शिक्षकों के आंदोलन में उनके साथ हैं…

 

 अब देखना होगा कि आने वाले समय में इन चयनित शिक्षकों की तरफ सरकार का ध्यान जाएगा या यह आंदोलन चलता ही रहेगा.

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