भोपाल:- इस बार होकर रहेगा आर या पार, 18 अगस्त को चयनित शिक्षक राजधानी में भरेंगे हुंकार
भोपाल:- इस बार होकर रहेगा आर या पार, 18 अगस्त को चयनित शिक्षक राजधानी में भरेंगे हुंकार
द लोकनीति डेस्क : गरिमा श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षकों का मुद्दा एक बार फिर से तूल पकड़ रहा है. लगातार चयनित शिक्षक अपने नियुक्ति को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे थे पर सरकार द्वारा इनकी बिल्कुल भी सुनवाई नहीं हो रही है. एक बार फिर से 18 अगस्त को चयनित शिक्षक राजधानी भोपाल पहुंचेंगे. चयनित शिक्षकों का कहना है कि इस बार आर या पार होकर रहेगा.
सरकार चयनित शिक्षकों को आश्वासन दे रही है पर हालात वही “ढाक के तीन पात….”
3 साल से चयनित शिक्षक जो सरकारी परीक्षा पास करके शिक्षक भर्ती के लिए चयनित हुए हैं उन्हें अभी तक अप्वॉइंट नहीं किया गया है.
कुछ दिन पहले ही चयनित शिक्षकों के दल ने शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से मुलाकात की थी एक महिला चयनित शिक्षक शिक्षा मंत्री के पैर पड़ गई थी जिसके बाद फिर भी चयनित शिक्षकों को सिर्फ आश्वासन मिला. यह लगातार मान कर रहे हैं कि उनके पोर्टल पर अपडेट किया जाए.
पर यह सरकार के सिर्फ छलावे हैं, द लोकनीति लगातार चयनित शिक्षकों का मुद्दा उठाती रही है, पर जरा विडंबना तो देखिए कि इस कोरोना महामारी के दौरान लगभग 70 चयनित शिक्षकों की मृत्यु हो गई. सोचिए उस परिवार की क्या स्थिति होगी. चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति का इंतजार करते करते इस दुनिया से ही रुखसत हो गए. पर उन्हें नियुक्ति ना मिलकर कफन मिला.
हालांकि सरकार इस बात से इनकार बिल्कुल नहीं कर रही है कि वह इन चयनितों को नियुक्ति नहीं देगी, इंकार कर भी कैसे सकती है. सरकार द्वारा इनका चयन किया गया है.
अब देखते हैं कि 18 अगस्त को सरकार फिर से आश्वासन देती रहेगी या चयनित शिक्षकों का प्रदर्शन जारी रहेगा.