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रीवा : कुआर के महीने में धुआंधार बारिश, नागरिक परेशान, किसानों के खिले चेहरे

कुआर के महीने में धुआंधार बारिश, नागरिक परेशान, किसानों के खिले चेहरे
रीवा  से गौरव सिंह की रिपोर्ट : – 
कुआर (आश्विन) के महीने में इस तरह की बारिश, वो भी लगातार। इस बारिश से जहां आम शहरी बेहद परेशान महसूस कर रहा है वहीं किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। किसानों की मानें तो ये बारिश धान की फसल के लिए बेहद लाभदायक है। लेकिन शहरी है कि उसे जलजमाव, बिजली की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा वह परेशान है।बता दें कि जिले में पिछले 72 घंटे से मौसम का मिजाज बदला-बदला है। आसमान बादलों से ढका है। इस बीच बुधवार को गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश का सिलसिला जो शुरू हुआ लगातार जारी है। बीच-बीच में बारिश थोड़ी थम जरूर रही है। पर कुछ ही देर बाद पुनः मेघ बरसने लग रहे हैं। इस बारिश के चलते कई मोहल्लों व कालोनियों में बिजली संकट जरूर पैदा हो गया है। अब बारिश के दौरान कहीं कोई फाल्ट आया तो उसे दुरुस्त करने के लिए तत्काल कोई कर्मचारी भी नहीं आता। ऐसे में घंटों तक लोगों को अंधेरे में गुजारना पड़ रहा है।
शहरियों को शाम के वक्त होने वाली बारिश और उस दौरान बिजली गुल होने पर ज्यादा गुस्सा भी आ रहा है। वजह साफ है अब तो उनका मनपसंद आईपीएल भी शुरू हो गया है। ऐसे में अपनी टीम के खिलाड़ियों को खेलते देखने के लिए वो मचल उठ रहे हैं। लेकिन बिजली न रहने पर खीझ भी हो रही है। बारिश न भी हो और आसमान बादलों से ढका हो तो डिश एंटीना काम करना बंद कर दे रहा है जो अलग एक मुसीबत है।
लेकिन किसान खुश हैं। उनका कहना है कि इन दिनों खेतों में लगी हुई धान के पौधे तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बारिश की सबसे ज्यादा जरूरत है। धान के पौधे के लिए खेत जहां पानी से भरा होना चाहिए वहीं प्राकृतिक पानी पा कर पौधे तेजी से बढ़ते हैं। वो कहते हैं कि इस बारिश का असर उत्पादन पर पड़ेगा।
हालांकि रिमझिम बारिश दलहनी फसलों के लिए ठीक नहीं है। कारण यह कि उड़द, मूंग, सोयाबीन आदि की फसलें न सिर्फ तैयार हैं बल्कि उनमें लगे हुए दाने भी पक गए हैं। किसान इन दिनों दलहनी फसलों की तुड़ाई में जुटे हैं।

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