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Corona Virus Rewa : वायरस ने ली रीवा के रामलखन कि जान, घर में अकेले कमाने वाले थे

Bhopal Desk

CORONA संक्रमण का असर रीवा जिले में भले ही नहीं है लेकिन यहां से बाहर रहने वाले लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। जिले के सेमरिया क्षेत्र के भेलौड़ी गांव रामलखन मिश्रा(42)की मौत इसी संक्रमण की वजह से हो गई है। वह मुंबई में प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। करीब सप्ताह भर पहले सांस लेने में तकलीफ और बुखार होने की वजह से उन्हें घाटकोपर के राजावाड़ी हास्पिटल में भर्ती कराया गया। पहले तो सामान्य तबियत खराब होने की सूचना परिजनों के पास आई थी।
प्रशासन ने कराया अंतिम संस्कार

20 अप्रेल को कोरोना पॉज़िटिव होने की रिपोर्ट आई, हालांकि यह जानकारी परिजनों को नहीं मिली थी। अस्पताल में उपचार के दौरान ही निधन होने के बाद मुंबई के स्थानीय प्रशासन ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के साथ सूचना परिजनों को दी गई। इसके पहले सेमरिया क्षेत्र के खरहरी निवासी सुरेश तिवारी की पुत्री श्रेया की कोरोना के चलते मौत हो चुकी है। वह इंदौर में नर्स का काम करती थी। उसका भी पार्थिव शरीर परिजनों को नहीं मिला था।

कमाने वाले घर के अकेले सदस्य थे

भेलौड़ी निवासी रामलखन मिश्रा अपने घर में कमाने वाले अकेले सदस्य थे। करीब दो एकड़ भूमि घर पर है, पिता बुजुर्ग हैं इसलिए परिवार के भरण पोषण के लिए मुंबई की प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। बेटी रानू 12th क्लास में और बेटा नितिन नौवीं कक्षा में पढ़ता है। इस मौत ने परिवार के सामने बड़ा संकट उत्पन्न कर दिया है।

साथ रहने वाले लोगों को कोरंटीन किया गया
गांव के तीन अन्य लोग भी मुंबई में रामलखन के साथ नौकरी करते थे। 17 अप्रेल को तबियत खराब होने से हास्पिटल में रामलखन को भर्ती कराया गया था। जिनकी २० को मौत होने के बाद उनके साथ रहने वाले सभी लोगों को मुंबई में ही प्रशासन ने कोरंटीन में रखा है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता रितेश चतुर्वेदी ने बताया कि कोरंटीन किए गए लोगों की तबियत अभी ठीक बताई गई है।

गांव में होंगी अंतिम संस्कार से जुड़ी रस्में
मृतक का पार्थिव शरीर भले ही कोरोना संक्रमण के चलते अंतिम संस्कार के लिए नहीं मिला लेकिन गांव में परिजन पूरे 13 दिन तक अंतिम संस्कार से जुड़ी रस्में पूरी करेंगे। मृतक के पुत्र द्वारा क्रिया-कर्म किया जाएगा।

परिवार को आर्थिक सहायता की मांग
मृतक की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने की वजह से परिवार के भरण पोषण के लिए गांव के लोगों ने आर्थिक मदद की मांग उठाई है। कांग्रेस के पीसीसी मेंबर कुंवर सिंह ने दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग उठाई है। वहीं सिरमौर जनपद अध्यक्ष के प्रतिनिधि संजय द्विवेदी ने दस हजार रुपए की मदद की है और कहा है कि शासन की योजनाओं के तहत और भी सहायता दी जाएगी

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