सिमडेगा – बीजेपी धर्म और संस्कृति के नाम पर लोगों को कुचलती है – राहुल गांधी
- बीजेपी धर्म और संस्कृति के नाम पर लोगों को कुचलती है – राहुल गांधी
- झारखंड में ऐसा नहीं होने देंगे राहुल गांधी
- बीजेपी का लक्ष्य एक ही है कि झारखंड से पैसा, जमीन और बिजली छीनकर इन बड़े उद्योगपतियों को दो.
- केन्द्र से लेकर कई प्रदेशों में बीजेपी (BJP) की सरकार है, लेकिन कहीं भी इन्होंने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया. लेकिन जहां भी कांग्रेस सरकार बनी किसानों का कर्जा माफ किया.
सिमडेगा. झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सिमडेगा में पहली सभा को संबोधित किया| उन्होंने कहा कि झारखंड में जल, जंगल और जमीन की कमी नहीं है. इसके बावजूद भी यहां के धन का फायदा आदिवासियों और गरीबों को नहीं मिल रहा है.| लैंड बैंक और धर्म के नाम पर लोगों को कुचलने की बात यहां हो रहा है,जो पहले पहले छत्तीसगढ़ में हो रहा था.| लेकिन एक साल में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ का चेहरा बदल दिया है. राहुल गांधी ने कहा कि देश में पहली बार टाटा कंपनी से जमीन वापस लेकर आदिवासियों को लौटाया गया. कांग्रेस के जमीन अधिग्रहण बिल का लक्ष्य किसानों, गरीबों और आदिवासियों की जमीन की रक्षा करना था| छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ने आदिवासियों से जमीन छीनकर उद्योगपतियों को दे रखा था. लेकिन कांग्रेस सरकार ने टाटा से जमीन लेकर आदिवासियों को लौटाया. जहां भी बीजेपी की सरकार है, उद्योगपतियों को जमीन मिल जाती है, लेकिन किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिलता.
अमीरों का कर्जा माफ किया, मगर किसानों का नहीं
राहुल गांधी ने कहा कि केन्द्र से लेकर कई प्रदेशों में बीजेपी की सरकार है, लेकिन कहीं भी इन्होंने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया. लेकिन जहां भी कांग्रेस सरकार बनी किसानों का कर्जा माफ किया, जैसे छत्तीसगढ़ में किया,वैसे ही झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी, तो किसानों का कर्जा माफ होगा, आदिवासियों की जमीन की रक्षा होगी साथ ही बेरोजगारी दूर करने के लिए काम होगा.| पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जहां भी जाते हैं, रोजगार की बातें करते हैं, लेकिन 6 साल में झारखंड के एक युवा को रोजगार नहीं मिला. नोटबंदी के दौरान मोदी सरकार ने गरीबों, किसानों और युवाओं को बैंक के सामने खड़ाकर उनके जेब से पैसा निकाला, लेकिन किसी भी उद्योगपतियों को लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ा | गरीबों से पैसे छीनकर सरकार ने उद्योगपतियों को दिया| लाखों करोड़ रुपये देश के 15 अमीर लोगों का कर्जा माफ किया. मगर किसानों का कर्जा माफ नहीं किया. नोटबंदी ने मध्यम और छोटे कारोबारी को बर्बाद कर दिया. जीएसटी से भी दुकानदारों को नुकसान हुआ है. लेकिन इसका फायदा सिर्फ पीएम मोदी के 10-15 मित्रों को हुआ|