"सिर्फ इंतज़ार किया", राहुल गांधी ने मुझे नहीं दिया समय, इस्तीफे के ज़िम्मेदार है गांधी? – ज्योतिरादित्य सिंधिया

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कहा जा रहा है कि वे बीते कई दिनों से पार्टी आलाकमान से खफा थे। बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले कई महीनों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उन्हे कोई अप्वाइंटमेंट नहीं मिला रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना था कि अगर राहुल गांधी हमें नहीं सुनना चाहते थे, तो उन्होंने हमें पार्टी में क्यों लाया।
इस से पहले कई बार प्रदेश की कमलनाथ सरकार के खिलाफ भी बयानबाज़ी कर चुके थे। सिंधिया की आलाकमान एवं प्रदेश की कमलनाथ सरकार के प्रति नाराज़गी साफ़ तौर पर दिखाई दे रहीं थी। और इसी नाराज़गी के चलते उन्होंने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया।
बता दें कि शाही परिवार से आने वाले एक नेता प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा सिंधिया परिवार के करीबी हैं। उनका ही कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया लंबे समय से राहुल गांधी से मिलना चाह रहे थे लेकिन ऐसा हो न सका। उन्होंने फोसबुक पर पोस्ट करके भी लिखा “मैंने देर रात ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की और उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इंतजार किया और इंतजार करते रहे, लेकिन उनके द्वारा 'हमारे' नेता को कोई भी अप्वाइंटमेंट नहीं मिली।
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक, मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया हैं। उनके इस्तीफों के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। साथ ही ये भी अटकलें लगाई जा रहीं है की सिंधिया आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।