प्यारे मियां यौन शोषण मामला : नाबालिग ने इलाज के दौरान अस्पताल में तोड़ा दम, कलेक्टर ने दिए न्यायायिक जांच के आदेश
मध्यप्रदेश/भोपाल – प्यारे मियां यौन शोषण मामले में 5 फरियादी बालिका गृह में रह रही हैं। उनके से एक नाबालिग ने नींद की गोलियां खा ली, जिसके बाद सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। सूचना मिलते ही नाबालिग के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए थे।
हालांकि, पीड़िता ने बुधवार रात 10 बजे इलाज के दाैरान दम तोड़ दिया। जिसकी पुष्टि हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया ने की। वहीं, मृतका के चचेरे भाई ने बताया कि हमीदिया अस्पताल प्रबंधन पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को उसकी बहन की बॉडी सौपेंगा।
परिजनों ने बालिका गृह की अधीक्षका अंतोनिया कुजूर इक्का पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था और सवाल उठाया था कि आखिर नींद की गोलियां वहां पहुंची कैसे। जबकि मामले की गंभीरता को देखते हुए बालिका गृह की अधीक्षिका को हटा दिया गया हैं।
इधर, इस मामले को लेकर मंगलवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया ने न्यायायिक जांच के आदेश दिए हैं। पूरे मामले में कमला नगर थाना पुलिस ने मंगलवार को जांच शुरू कर दी थी।
एएसपी रामसनेही मिश्रा ने कहा बताया कि प्यारे मियां मामले में फरियादी एक नाबालिग लड़की को संदिग्ध परिस्थितियों में सोमवार रात को इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में एडमिट कराया था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। उसके बाद पुलिस मर्ग कायम करेगी।
इस से पहले बुधवार की सुबह बच्चियों से मिलने के लिए जुवेनाइल जस्टिस कमेटी की ओर से जज कुमुदिनी पटेल, एडीएम माया अवस्थी और एसपी साउथ साई कृष्णा पहुंचे थे। इधर, कलेक्टर कार्यालय में हुई बैठक में नाबालिग को एयर लिफ्ट करके दिल्ली एम्स भेजने की तैयारी की गई थी, लेकिन हमीदिया के डाॅक्टरों ने जानकारी दी कि उसकी हालत बहुत ही नाजुक है उसे हिलाया भी नहीं जा सकता इसलिए उसे एयर लिफ्ट करने का प्लान ड्राप कर दिया गया था।