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CAB BILL : विरोध-प्रदर्शन के बीच जलता असम

CAB BILL : विरोध-प्रदर्शन के बीच जलता असम

नागरिक संशोधन विधेयक के लोकसभा और राज्यसभा में पास होने के बाद से देश में भड़की विरोध की चिंगारी देखते ही देखते बगावत की ज्वाला का रूप ले रही है. भारत के अलग अलग राज्यों में धरने प्रदर्शनों का दौर जारी है लेकिंन सबसे ज़्याद चिंताजनक स्थिति अगर देश के किसी भाग की है तो वह है पूर्वोत्तर। असम राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में इस बिल के प्रति कई संगठनों का गुस्सा फुट चूका है. असम में लगातार बढ़ रही हिंसा से वहां पर जान-माल को काफी नुक्सान पहुंच रहा है. सरकार ने इस स्थिति को देखते हुए असम के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी है. साथ ही गुवाहटी में प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है. सुरक्षा के मद्देनजर सेना समेत भारी मात्रा में अन्य सुरक्षाबलों को त्रिपुरा, डिब्रूगढ़, गुवाहटी समेत असम के अन्य जिलों में तैनात कर दिया गया है. साथ ही असम में चल रहे रणजी ट्रॉफी खेल पर भी रोक लगा दी गयी है. कई ट्रेनें और उड़ानें भी इस संवेदनशील स्थिति को देखते हुए रद्द कर दी गई है. इसके अलावा पुलिस को भी भीड़ पर नियंत्रण करने के लिए हवाई फायरिंग करने के आदेश मिल चुके हैं. लेकिन इस चिंताजनक स्थिति के बीच एक मुद्दा ऐसा भी है जो खुद काफी चिंता का विषय है. इन विरोध प्रदर्शन के बीच असम के पर्यटन पर भी काफी गहरा असर पड़ रहा है जो एक अच्छी खबर नहीं है.

काज़ीरंगा पार्क में फंसे है पर्यटन

यूँ तो असम माँ कामाख्या के मंदिर से लेकर अपने महकते चाय बागानों के लिए काफी प्रसिद्ध है. लेकिन एक चीज़ जो असम के पर्यटन में चार चाँद लगाते है वहां के एक सींग वाले गैंडे जो आपको देखने को मिलते है काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में. वाहटी से लगभग 250 किमी स्थित काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम के लिए एक गर्व की बात है. एक यूनेस्को विश्व विरासत स्थल के रूप मे प्रसिद्ध यह राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडे, हाथी, भारतीय भैंसा, हिरण, सांभर, भालू, बाघ, चीते समेत अनेक प्रकार की चिडियाँ, जैसे- ‘पेलीकन’, बत्तख, कलहंस, हॉर्नबिल, आइबिस, जलकाक, अगरेट, रिंगटेल फिशिंग ईगल आदि वन्य प्राणियों का घर है जिन्हे देखने लिए दुनियाभर से लोग असम में पर्यटक बनकर आते हैं. लेकिन असम में CAB के विरोध प्रदर्शनों के चलते कई पर्यटक जो काज़ीरंगा पार्क घूमने आये थे वही पर फंस गए हैं. पिछले तीन दिनों से लगातार चल रहे विरोध की वजह से काज़ीरंगा पार्क में जीप सफारी पर रोक लगा दी गयी है. करीब 100 की संख्या में फंसे इन पर्यटकों में से 30 पर्यटक इंग्लैंड,जर्मनी और फ्रांस से है जबकि 70 के भारत के विभिन्न क्षेत्रों से ही हैं. काज़ीरंगा नेशनल पाक के डीएफओ रमेश गोगोई ने बताया कि पार्क में सभी जीप सफारिओ पर रोक लगा दी गयी है. वही कई टूरिस्ट्स बिना पार्क घूमे ही या तो वापिस जा रहे है या फिर वहां पर होटल लेकर रह हैं.भारी संख्या में पूर्व में बुक किये गए काज़ीरंगा के टिकट्स भी लोगों द्वारा कैंसिल किये जा रहे हैं.

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