Follow Up : एक ही परिवार को दो जगहों से मिला घर, कलेक्टर से शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई, सहायक सचिव की भूमिका संदिग्ध
- एक ही परिवार को दो अलग-अलग जगह मकान हुए आवंटित
- एक जगह तो परिवार 15 सालों से आया ही नहीं
- सायक सचिव अपने पति को ही दिलवा देती है ठेका
- कलेक्टर से शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई करवाई
Bhopal Desk, Gautam kumar :- प्रधानमंत्री आवास योजना में एक हीं परिवार को दो-दो जगह दे दिया गया आवास। द लोकनीति ने खबर लगाई तो सहायक सरपंच का पति खुद ठेका लेकर काम करवाने लगा। पढ़िए ये स्पेशल रिपोर्ट।
क्या था मामला
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक ही लाभार्थी को दो-दो जगह से मकान आवंटित करने का मामला सामने आया था। खबर थी की जबलपुर जिले के पनागर तहसील के ग्राम पंचायत गाजर में दो हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित किया गया था। वहां इनके मकान बने भी और ये लोग वहीँ रहते हैं अभी। अब घपला यह था की इन्ही लाभार्थियों के नाम पर सहायक सचिव और सचिव की मिलीभगत से कटनी के बहोरीबंद के बुद्धवारा गाँव में भी योजना के तहत आवास आवंटित करवा दिया गया। फर्क सिर्फ इतना है कि एक जगह मकान पतियों के नाम है तो दूसरी जगह पत्नियों के नाम पर। जबलपुर में पति अशोक कुमार एवं विनोद सिंह के नाम पर फण्ड दिए गए जबकि कटनी जिले में पत्नियों के नाम पर मकान आवंटित किया गया।
हमने जब यह खबर लगाई उसके बाद पता चला कि सहायक सचिव ने अपने पति को इन मकानों का ठेका दिलवा दिया और जिन मकानों में जांच होनी चाहिए थी उसे अब सहायक सचिव द्वारा ही बनवाया जा रहा है।
रोक लगाने के बजाय रातों-रात बनवा दिए मकान
यह मकान है प्रधानमंत्री आवास योजन के अंतर्गत, अभिलाषा पिता राजन सिंह और ललिता पिता धीरज सिंह का। इन्ही का एक और मकान इसी योजना के तहत एक और जगह है। हमारे खबर के बाद सहायक सचिव के हाथ-पैर फूल गए और आनन फानन में जिन दो मकानों पर रोक लगनी चाहिए थी उनका ठेका भी अपने पति को दिलवा दिया।
कटनी ज़िले की सहायक सचिव उमा पटेल के पति अजय पटेल द्वारा, इन मकानो का ठेका लेकर बनाया जा रहा है। जबकि हितग्राही भी यहां नहीं रहता बल्कि वह जबलपुर जिले की पनागर तहसील में रहता है। अब भाई जो यहाँ रहते ही नहीं हैं उनको घर आवंटित किया जा रहा वो भी एक नहीं दो-दो जगह तो आप ही समझिये इस तरीके के और कितने मामले होंगे।
घपले और भी
जब हमारे संवाददाता कटनी जिले की बहोरीबंद तहसील की ग्राम नयागांव पहुंचे तो पाया कि सिर्फ वहीँ नहीं बल्कि कई जगह सहायक सचिव और उनके पति की मिलीभगत से बड़े-बड़े घापे किये गए हैं। यहां ग्रामीणों से जाकर बाटर की तो वहां के ग्रामीण रविंद्र रजक द्वारा बताया गया कि सहायक सचिव उमा पटेल है लेकिन उनके पति अजय पटेल द्वारा मकानों का ठेका लेकर काम कराया जा रहा है एवं तालाब के निर्माण में भी बड़े तौर पर भ्रष्टाचार किया गया है। यहाँ तक की खेल मैदान के निर्माण में और रोड बनाने के काम में भी लाखों रुपयों का गबन किया गया है।
जब गाँव बुद्धवारा के लोगों ने यहाँ तक की सरपंच ने इस मामले को लेकर शिकायत की तो कोई कार्रवाई होने के डर से रातों रात हितग्राही का मकान का लेंटर हो गया है। सरपंच एवं ग्रामीण वासियों द्वारा जांच की मांग किए जाने पर रातों-रात इस मकान को बनाकर तैयार करवाया जा रहा है।
इस घपले की शिकायत सरपंच पहले ही कलेक्टर से कर चुकी हैं। पर शायद अधिकारी इतने व्यस्त हैं कि ये सब घपले उनको छोटा प्रतीत हो रहा है।