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केंद्रीय बजट पर सियासत : कमलनाथ ने कहा जनता एक बार फिर ठगी गई, नरोत्तम मिश्रा बोले बेहतरीन बजट है

मध्यप्रदेश/भोपाल – सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट पेश किया। बजट पेश होने के साथ ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बजट को निराशाजनक बताया हैं। उन्होंने बजट को लेकर एक के बाद एक ट्वीट करके मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा हैं। 

कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा की – बजट नहीं आया है, बजट गड़बड़ाने की स्वीकारोक्ति आई है। निराशाजनक बजट है। 

उन्होंने लिखा की – मेक इन इंडिया ,डिजिटल इंडिया  के पुराने नारों की तरह अब आत्मनिर्भर  के नए नारे के साथ आंकड़ों की हेराफेरी कर देश की जनता को गुमराह करने का काम इस बजट में किया गया है। जो लोग एफ़डीआई का विरोध करते थे वो आज एफ़डीआई को हर क्षेत्र में लागू कर रहे है।यह बजट पूरी तरह से आमजन विरोधी व आयकर में छूट की उम्मीद थी लेकिन छूट नहीं बढ़ायी गयी।यह बजट महंगाई बढ़ाने वाला बजट है। पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इस बजट में करो में भारी राहत की जनता को उम्मीद थी लेकिन जनता एक बार फिर ठगी गयी है।

कमलनाथ ने आगे लिखा की – कई वर्षों पुरानी घोषणाओं को इस बजट में एक बार फिर दोहराने का काम किया गया है। जो लोग कहते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा, उनका आज नारा है सब चीज़ बेच दूँगा,यह इस बजट से भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है। गरीब-मध्यमवर्गीय के लिये इस बजट में कुछ नहीं हैं। कई वर्षों पुरानी घोषणाओं को इस बजट में एक बार फिर दोहराने का काम किया गया है। जो लोग कहते थे कि देश नहीं बिकने दूंगा, उनका आज नारा है सब चीज़ बेच दूँगा, यह इस बजट से भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है। गरीब-मध्यमवर्गीय के लिये इस बजट में कुछ नहीं हैं। 

कमलनाथ यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे ट्वीट में लिखा की – देश का सबसे बड़ा वर्ग किसान वर्ग जो अपने हक को लेकर सड़कों पर पिछले 2 माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहा है, उसके लिए इस बजट में कुछ नहीं है, सिर्फ़ झूठे वादे, वर्षों पुराना आय दोगुनी का एक बार फिर वादा, एक तरफ़ नये कृषि क़ानूनों से मंडी व्यवस्था को ख़त्म करने का काम और कोरोना की महामारी के भीषण संकट काल के समय आज आये देश के इस आम बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदे थी लेकिन इस बजट से आमजन को भारी निराशा हुई है। कोरोना महामारी में ध्वस्त अर्थव्यवस्था को देखते हुए आमजन को राहत देने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया हैं। 

वहीं, कमलनाथ की इस टिप्पणी पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उन पर पलटवार किया। नरोत्तम मिश्रा ने इस पर कहा- विपक्ष का काम आलोचना करना हैं। लेकिन आलोचना भी गुण दोष के आधार पर होना चाहिए। सिर्फ आलोचना के लिए आलोचना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा की कमलनाथ से ऐसी ही प्रतिक्रिया की उम्मीद थी। 

नरोत्तम मिश्रा ने बजट को बहुजन हिताय बहुजन सुखाय करार दिया हैं। बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया हैं। भारत को आर्थिक महाशक्ति की दिशा में वित्त मंत्री का बेहतरीन बजट हैं। 

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