मध्यप्रदेश की जनता पस्त और कांग्रेस सरकार भीड़ जुटाने में मस्त
आज का समय विकास करने का है लेकिन हमारे राज्य के नेता और पदाधिकारी सीएम(cm) की सभा में भीड़ इकट्ठा करने में लगे हुए हैं। राज्य के मंत्री गण को तो आप देख ही रहे हैं, कोई आम नागरिक को धकका देता हुआ दिखाई दे रहा है,तो कोई घूसा मारते हुए दिखाई दे रहा है तो कोई मारने की धमकी देते हुए। कांग्रेस का वचन पत्र और विकास दोनों गायब हैं।
चलिए बात करते हैं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी(kamalnath ji) की होने वाली सभा के बारे में, आपको बता दें कि कमलनाथ की राऊ विधानसभा में 28 फरवरी यानी आज सभा है-
कार्यक्रम में अच्छी खासी भीड़ इकट्ठा करने का काम पदाधिकारियों को दिया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस कमेटी ने पदाधिकारियों को कहा है भीड़ इकट्ठा करो, गाड़ी हम भेज देंगे। सभा में ग्रामीण पदाधिकारियों को तो भीड़ इकट्ठा करने का टारगेट भी दिया गया है। आपको बता दें कि शुक्रवार यानी आज कमलनाथ जी की राऊ विधानसभा में कार्यक्रम है। इसमें मुख्यमंत्री कमलनाथ किसान ऋण माफी के प्रमाण पत्रों का वितरण और 500 करोड़ के कामों का भूमि पूजन व लोकार्पण करेंगे। कांग्रेस कमेटी की बैठक में मंत्री जीतू पटवारी सहित सभी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता को भी भीड़ लाने का टारगेट दिया गया है।
जिला पदाधिकारियों को 100, ब्लॉक अध्यक्षों को 200 और मोर्चा संगठन के अध्यक्ष सहित पदाधिकारियों को 300 लोगों को लाने का टारगेट दिया गया है। कार्यक्रम में 15 हजार लोगों को लाने का लक्ष्य रखा गया है। अब देखते हैं कितनी भीड़ इस कार्यक्रम में आती है। लेकिन यह तो तय हो गया है कि कांग्रेस अपने कामों से ज्यादा भीड़ जुटाने में लगी है जीतू(jitu) पटवारी उच्च शिक्षा और खेल मंत्री हैं। इधर ध्यान ना देकर सभा के लिए भीड़ इकट्ठा कर रहे हैं। मंत्री जी के पास अतिथि विद्वानों की समस्या सुनने का समय नहीं। उच्च शिक्षण संस्थानों की हालात आप देख ही रहे हैं। ये हालात इसी वजह से हैं। वादे तो प्रत्येक 5 साल में होते रहते हैं पर राज्य जस का तस रहता है। जीतू जी अगर आपको सभा करने या फिर भीड़ इकट्ठा करने या इधर-उधर की बातें करने से समय मिल गया हो तो मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर ध्यान दीजिए। मध्यप्रदेश का एक भी विश्वविद्यालय भारत में टॉप टेन में नहीं है, जो बड़ी ही दयनीय स्थिति को व्यक्त करता है। विश्वविद्यालय और कॉलेज की व्यवस्था पर ध्यान दीजिए, बच्चों को क्वालिटी शिक्षा देने पर ध्यान दीजिए, अगर आप अच्छा काम करेंगे तो भीड़ जुटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी भीड़ खुद ब खुद आपकी मुरीद हो जाएगी।