जो थे बिहार-पटना में जलजमाव के दोषी, अब वही लोग करेंगे इसकी जांच, नीतीश सरकार का "अजीब" फैसला
पटना – बिहार में हुई भारी बारिश के कारण कई इलाको में बाढ़ आई। जिसके कारण लोगों का जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया। बिहार और पटना में आई बाढ़ से एक बात तो साफ़ हो गई के नीतीश कुमार की सरकार के पास इससे निपटने का कोई भी उपाए नहीं था। साथ ही पटना में जलजमाव से राज्य के नगर विकास विभाग की पोल भी खुल गई।
लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भी अपनी गलतियों को सुधारने की बजाए उसपर पर्दा डालने में लगे हुए हैं। बिहार-पटना में आई बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अजीब फैसला लिया हैं। दरअसल इस बाढ़ का ज़िम्मेदार कौन है इसका पता लगाने के लिए, साथ ही उसके खिलाफ जांच करने के लिए राज्य के नगर विकास मंत्री ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। खास बात ये है कि ये तीन सदस्य वहीं हैं जो इसके लिए पूरी तरह से ज़िम्मेदार हैं। बता दे कि तीन सदस्यीय कमेटी में उन्ही सदस्यों को लिया गया है जिनके खिलाफ जांच होनी हैं।
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने घोषणा किया कि पंद्रह दिन के अंदर ये तीन सदस्यीय समिति जिसका नेतृत्व नगर विकास विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार करेंगे और इसके दो और अन्य सदस्य में बुडको (BUDCO) के प्रबंध निदेशक अमरेन्द्र कुमार सिंह और पटना नगर निगम के नगर आयुक्त अमित पांडेय शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि ऐसी जांच कमेटी का गठन कर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा दरअसल असल दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं और ये पूरी जांच 1 तरह से सिर्फ खानापूर्ति हैं।