कर्तव्य की वेदी पर फर्ज से बड़ा कुछ नहीं, गिरे, टाका लगवाया, और फिर लगे फर्ज निभाने
- कर्तव्य की वेदी पर फर्ज से बड़ा कुछ नहीं
गिरे, टांका लगवाया और पुनः लग गए फर्ज निभाने
बड़वानी सेेे हेमंत नागजीरिया के रिपोर्ट :- कोरोना वायरस के कारण जहां हर कोई डरा हुआ है वही इसने शासकीय कर्मियों के कर्तव्य निष्ठा की पराकाष्ठा को भी परखने का अवसर प्रदान किया है। शासकीय कर्मियों की यह कर्तव्यनिष्ठा जहां आम जनों को ऐसे समय में राहत और विश्वास प्रदान कर रही है वहीं अन्य साथी कर्मियों को भी बिना भय के अपने कर्तव्य पर डटे रहने की प्रेरणा दे रही है।
सरकार द्वारा कोरोना वायरस के मद्देनजर घोषित लॉक डाउन के दौरान गरीबों को निशुल्क 4 किलो गेहूं एवं 1 किलो चावल वितरण में संलग्न सहायक खाद्य अधिकारी श्री संतोष दुबे ने ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है।
दुबे शुक्रवार को जब उचित मूल्य दुकानों से वितरित होने वाले इस खाद्यान्न का परीक्षण करने हेतु अपनी मोटरसाइकिल से एक जगह से दूसरी जगह जा रहे थे, तब वे सेगांव में पत्थर रखकर सड़क पर लगाई गई रोक के कारण फिसलकर गिर गए थे। जिसके कारण उन्हें आंख के ऊपर गहरी चोट लगी थी और तीन टांके लगवाने पड़े थे। इसके पश्चात भी दूबे अपने कर्तव्य के निर्वहन से पीछे नहीं हटे और शनिवार को अपने कार्यालय पहुंचकर जहां जरूरी रिपोर्ट बनाई वहीं पुनः अपनी मोटरसाइकिल लेकर उचित मूल्य दुकानों के निरीक्षण हेतु निकल गए।
दुबे का कहना है कि देश पर आई इस विपत्ति में गरीबों का चूल्हा निर्बाध तरीके से जलता रहे, और उन्हें खाने को भोजन मिलता रहे। इसके लिए अगर थोड़ा बहुत कष्ट भी होता है, तो वह मायने नहीं रखता।