Sidhi Lock Down : सीधी में सख्त हुए पुलिसकर्मी निर्देश न मानने पर होगी कड़ी कारवाई
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स्थानीय संजीवनी पालिका बाजार में जिला पुलिस बल द्वारा 23 मार्च से लगातार सब्जी के थोक विक्रेताओं एवं आने वाले लोगों को समझाइस दी जा रही है लेकिन यर्थाथ के धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। इन हालातों को देखते हुए शुक्रवार को SI मंयक तिवारी द्वारा नि:शुल्क रूप से मास्क वितरित किया गया ,वहीं नियमों में कोताही बरतने वालों के प्रति सांकेतिक बल प्रयोग भी किया गया, जहॉ महज कुछ की घंटो में असर ये देखने को मिला कि जिनके चेहरों पर मास्क नहीं था वे या तो गमछे को ही अपना मास्क बना लिये या फिर बाजार के भींड से अलग होना ही उचित समझा। श्री तिवारी द्वारा शक्रवार को सैकड़ो व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंस के फायदे के साथ ही स्वच्छता का मानव जीवन में महत्व जैसे विषयों पर जागरूक किया गया। श्री तिवारी के समझाईस का असर यह हुआ कि लगातार नियमों की अवहेलना करने वालों ने भी शपथ लिया और जिला प्रशासन द्वारा जारी गाईड लाईन के पालन हेतु प्रतिबद्व दिखें।
मंयक तिवारी ने जनजागरूकता के दौरान बताया कि भारत सहित पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस का सामना कर रही है। इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग यानी सामाजिक तौर पर दूरी की चर्चा खूब हो रही है। सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने के लिए इसलिए कहा जाता है ताकि तेजी से फैल रहे इस वायरस के संक्रमण को रोका जा सके। बता दें कोरोना वायरस से अब तक पूरी दुनिया में हजारों लोगों की मौत हो गई है। जबकि संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख 70 हजार से अधिक हो गई है। ऐसे में सोशल दूरी से इस खतरे पर रोक लगाने में सफलता मिल सकती है।
बताया सोशल डिस्टेंसिंग क्या है
कोरोना वायरस कम फैले और इस बीमारी पर रोक लगाई जा सके, इसके लिए एक दूसरे से कम संपर्क रखने को ही सोशल डिस्टेंसिंग, सोशल दूरी कहा जाता है। इसका सीधा मतलब ये है कि बहुत सारे लोग किसी एक स्थान पर जमा ना हों। किसी इमारत को बंद कर देना, घर में बंद होकर रहना या फिर किसी सार्वजनिक कार्यक्रम को रद्द कर देना भी इसी का हिस्सा है। कोरोना वायरस पर रोक लगाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। सोशल डिस्टेंसिंग ही व्यवहार में वो परिवर्तन करना है, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
(संवाददाता गौरव सिंह कि रिपोर्ट)