IND vs NZ : वनडे के बाद टेस्ट में भी न्यूज़ीलैंड का क्लीन स्वीप, कोहली ने बताया हारने का कारण
Bhopal Desk, Gautam : वन डे के बाद टेस्ट-सीरीज में भी न्यूज़ीलैंड ने भारत का सफाया कर दिया। न्यूज़ीलैंड दौरे का दूसरा और आखिरी टेस्ट मात्र ढाई दिनों में ही खत्म हो गया। जिस इंडियन टीम ने T-20 सीरीज में विपक्षी टीम को क्लीन स्वीप कर अपना आगाज़ किया था उस टीम की विदेशी सरज़मी पर यह हालत होगी शायद ही किसी ने सोचा था। क्राइस्टचर्च में खेले में इस टेस्ट में मेज़बान ने भारत को 7 विकेटों से हराया। इस मैच में जीत के साथ ही आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड 180 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आ गई है। 5 विकेट और 49 रन बनाने वाले काइल जैमीसन प्लेयर ऑफ द मैच और टिम साउदी प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे।
कोहली ने बताया क्यों हारे
मीडिया से बातचीत करते हुए कोहली ने कहा कि हमारी योजना के अनुरूप हमारे गेंदबाज़ों ने बोलिंग नहीं की इसी कारण से हम हमारे। जिन गेंदबाज़ों ने भारत को अर्श से फर्श पर पहुंचा दिया उन्ही के ऊपर हार का ठीकरा फोड़ते हुए कोहली ने कहा कि हमारे गेंदबाज़ लम्बे समय तक सही लाइन-लेंथ बोलिंग नहीं कर पाए। जबकि विपक्षी टीम के बोलर्स ने अच्छी गेंदबाज़ी कि और हमारे बैट्समैन पर दवाब बनाये रखा। हालाँकि बाद में कोहली ने माना की गेंदबाज़ी अच्छी थी। टॉस हारने के मसले पर उन्होंने कहा कि हम टॉस के वजह से हारे ऐसा आप कह सकते हैं पर मैं ऐसा नहीं मानता। आगे उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ा सबक है और इससे हम सीख लेंगे।
असफल विराट
टीम इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज में सबसे बड़ी निराशा खुद कप्तान विराट कोहली लेकर आए। कोहली के बल्ले से दो मैचों की टेस्ट सीरीज में महज 38 रन ही निकल सके। कोहली ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर असहज दिखे और जरूरत से ज्यादा आक्रामकता दिखाने के चक्कर में सीधी गेंद पर भी विकेट गंवा बैठे।
वेलिंगटन में हुआ पहला टेस्ट भले ही साढ़े तीन दिन में खत्म हुआ था, लेकिन एक पूरा सत्र बारिश के चलते धुल गया था। ऐसे में इसे तीन दिन का ही टेस्ट कहा जा सकता है। वहीं क्राइस्टचर्च टेस्ट (Christchurch Test) तो महज ढाई दिन ही चल सका। यानी कुल साढ़े पांच दिन के खेल में टीम इंडिया के 40 विकेट गिर गए।