राज्य को शराब मुक्त करने का वादा था शराब युक्त नहीं : गोपाल भार्गव
* ज्ञात हो की कमलनाथ सरकार के नए आबकारी निति के बाद प्रदेश में शराब की और ज्यादा दुकाने खोली जा सकेंगी|
* अंदाज़न प्रदेश में 2000 से 2500 शराब की दुकानें और बढ़ जायेंगी|
Bhopal News :- मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार नए अबकारी नीतियों को लेकर घिरते दिख रहे हैं|बीजेपी ने कमलनाथ सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है| पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस मुद्दे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है एवं सरकार के इस फैसले के खिलाफ खुलकर विरोध में कर रहे हैं|नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग किन है| उन्होंने कहा राज्य को शराब मुक्त करने का वादा था लेकिन कमलनाथ सरकार इसे शराब युक्त मध्य प्रदेश बनाने में जुटी है| उन्होंने तीखे लहज़े में कहा है कि अगर सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेगी तो मुख्यमंत्री निवास के बाहर वे महिलाओं के साथ धरना देंगे, क्यूंकि इससे महिलाओं को ही सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है|
शिवराज सिंह ने पत्र लिखकर जताया विरोध
वहीँ प्रदेश के मुखिया रहे शिवराज सिंह चौहान ने भी इस फैसले की कड़ी निंदा की है |उनका कहना है की इस फैसले से प्रदेश बर्बाद हो जायेगा| समस्त प्रदेश में शराब की खपत बढ़ेगी एवं लोग ज्यादा शराब का सेवन करेंगे|यही नहीं अपराधिक गतिबिधियाँ भी बढ़ेंगी और अराजकता का माहौल बनेगा | एक तरफ सरकार शराब माफिया के खिलाफ अभियान चला रही है और दूसरी तरफ प्रदेश को शराब माफिया के हवाले कर रही है| उन्होंने कहा यह राजनीतिक विरोध नहीं है बल्कि उन्हें प्रदेश की चिंता है| पूर्व सीएम शिवराज ने फैसले को वापस लेने के लिए सीएम कमलनाथ को एक पत्र भी लिखा है| पूर्व सीएम ने कहा यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो हम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे।
ज्ञात हो की कमलनाथ सरकार के नए आबकारी निति के बाद प्रदेश में शराब की और ज्यादा दुकाने खोली जा सकेंगी|अंदाज़न प्रदेश में 2000 से 2500 शराब की दुकानें और बढ़ जायेंगी|