क्या है पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के मायने ?/जाने यहां……
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोनों संभागों का प्रभार लेने की कही बात
मंत्रिमंडल विस्तार में जबलपुर और रीवा संभाग में जनता के असंतोष को बताया स्वाभाविक
द लोकनीति डेस्क भोपाल
मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्री परिषद में जगह नहीं मिलने को लेकर कई पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायकों और उनके समर्थकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। सबसे ज्यादा नाराजगी जबलपुर और रीवा संभाग में देखने को मिल रही है, इन दोनों संभागों की मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान जमकर अनदेखी की गई। यहां के कार्यकर्ता और नेताओं की नाराजगी को लेकर पूर्व मंत्री एवं पाटन से विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर दोनों संभागों का प्रभाव स्वयं लेने की बात कही है। पूर्व मंत्री विश्नोई का यह पत्र कहीं न कहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस बात के लिए आगाह कर रहा है कि जबलपुर और रीवा संभाग कि मंत्रिमंडल में जमकर अनदेखी की गई। जिसका खामियाजा आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया है कि जबलपुर और रीवा संभाग के नागरिकों में मंत्री परिषद को लेकर जमकर असंतोष है, जो कि स्वाभाविक है। आपकी मजबूरी को मैं समझ सकता हूं लेकिन आमजन इसे नहीं समझ सकता। आपसे मेरा अनुरोध है कि आप स्वयं जबलपुर और रीवा जिले का प्रभार ले लेवें। जिससे लोगों की नाराजगी दूर हो जागी। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र में यह भी बताया है कि दिग्विजय स्वयं मुख्यमंत्री रहते हुए जबलपुर के प्रभारी मंत्री रह चुके हैं। विश्वास है कि आप मेरा अनुरोध स्वीकार करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा गया पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का यह पत्र इस बात की ओर इशारा भी कर रहा है कि मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ और पूर्व मंत्रियों को स्थान नहीं मिलने वह पार्टी से नाराज चल रहे हैं। समय रहते अगर इस नाराजगी को मुख्यमंत्री दोनों संभागों का प्रभार लेकर जनता के बीच जाकर दूर नहीं करते तो क्षेत्र के नेताओं कार्यकर्ताओं और आम जनता में पार्टी को लेकर जो गुस्सा और असंतोष है वह और बढ़ जाएगा।