जल्द होंगे नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव, राज्य सरकार और चुनाव आयोग ने हाईकोर्ट में पेश किया जवाब
मध्यप्रदेश/भोपाल – मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियां जोरों पर है, पर नगरीय निकाय चुनाव कब तक संपन्न होंगे इसकी कोई जानकारी नहीं हैं। लेकिन अब खबर है कि चुनाव जल्द हो सकते हैं। दरअसल, नगरीय निकाय और पंचायतों के चुनाव समय पर नहीं कराए जाने को लेकर दायर जनहित याचिकाओं पर राज्य सरकार और चुनाव आयोग की ओर से हाईकोर्ट में जवाब पेश कर दिया गया हैं। दोनों की ओर से बताया गया है कि जहां पर चुनाव होना है, वहां पर मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम शुरू कर दिया हैं। यह प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिए जाएंगे।
मालूम हो कि इंदौर सहित कई निगम में तो महापौर परिषद का कार्यकाल आठ महीने पहले ही पूरा हो चुका हैं। प्रशासक द्वारा व्यवस्था संभाली जा रही हैं। सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण का हवाला देकर चुनाव तीन महीने आगे बढ़ा दिए थे।
इस से पहले राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव मार्च-अप्रैल में कराए जाने के संकेत दिए थे। राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह का कहना था कि 3 मार्च 2021 को वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद निकाय चुनाव कराए जाएंगे। बीपी सिंह ने कहा था कि वोटर लिस्ट का काम 3 मार्च तक पूरा हो जाएगा। उसके बाद चुनाव होंगे। अब इलेक्शन नहीं टाले जाएंगे। उन्होंने बताया था कि होली के आसपास मार्च के माह में इन चुनावों की तारीखों का ऐलान हो जाएगा।
मालूम हो कि प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव में 1 साल की देरी हो चुकी हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने 27 दिसंबर को आदेश जारी कर कहा था कि चुनाव फरवरी 2021 में कराए जाएंगे। लेकिन कोरोना संक्रमण काल के कारण निकाय चुनाव को टाल दिया गया। प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकायों में से 307 का कार्यकाल 25 सितंबर 2020 को खत्म हो चुका हैं। 8 निकायों का कार्यकाल जनवरी और फरवरी में पूरा हो रहा हैं। त्रिस्तरीय पंचायतों में पंच, सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल मार्च 2021 में खत्म हो रहा हैं। 29 नई नगर परिषदों में भी चुनाव होना हैं।
वहीं, राज्य सरकार और चुनाव आयोग की ओर से हाईकोर्ट में जवाब पेश होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस ने निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां और तेज कर दी हैं।