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शुक्रवार को रिलीज़ हुई दो बॉलीवुड फिल्में :- पंगा और स्ट्रीट डांसर,जानिए कौन पड़ी किसपर भारी

मुंबई / गरिमा श्रीवास्तव :- वरुण धवन(Varun Dhawan) और श्रद्धा कपूर(Shraddha Kapoor) की फिल्म स्ट्रीट डांसर(Street Dancer) को पहले दिन बम्पर ओपनिंग मिली है। मुख्य तौर पर दर्शकों का मन डांस ने मोह लिया। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि फिल्म फुल ढाई घंटे टाइम वेस्टिंग हैं। लोगों ने कहा फिल्म में सिर्फ मेलो ड्रामा है।

बॉक्स ऑफिस(Box Office) पर फिल्म ने पहले दिन 10 करोड़ रूपए की शानदार ओपनिंग की है। पहले दिन कुल कमाई 10.26 करोड़ रुपय रही। फिल्म को लेकर अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के रिव्यूज़ सामने आ रहे हैं। कुछ लोगों की फिल्म बहुत पसंद आई  कुछ ने फिल्म को मेलो ड्रामा (Mellow Drama) कहते  हुए फुल टाइम वेस्टिंग बताया।
अब देखना यह है कि फिल्म दूसरे दिन कितनी कमाई करती है।
 कहानी लंदन बेस्ड है। जहां सहज (वरुण धवन) और इनायत (श्रद्धा कपूर) के अपने-अपने डांस ग्रुप हैं। पाकिस्तानी इनायत के डांस ग्रुप का नाम “रूल ब्रेकर्स”(Rule Breakers) है, जबकि सहज “स्ट्रीट डांसर”(Street Dancer) नामक ग्रुप का कर्ता-धर्ता है। ये दोनों ग्रुप एक-दूसरे के कड़े प्रतिद्वंद्वी हैं और एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका जाने नहीं देते।

डांस के दीवाने फिल्म को पल-पल इंजॉय करेंगे, मगर फिल्म की कहानी दर्शक से अपना रिश्ता बनाने में नाकाम रहती है। फिल्म 3डी में है और डांस सीक्वेंस को छोड़कर 3डी (3D) इफेक्ट्स का औचित्य फिल्म में नजर नहीं आता। फिल्म में परिवार, देशभक्ति, समाज सेवा, चैरिटी, इंडिया-पाकिस्तान, डांस, राइवलरी जैसे अनेकों मुद्दों को ठूंसा गया है और उसमें कोई भी मुद्दा मजबूती से उभर नहीं पाया है।

ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने कमाई के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि कमाई और भी ज्यादा होनी चाहिए थी। यह कमाई अनुमानित से काफी कम है।
स्ट्रीट डांसर को करीब 3700 स्क्रीन्स पर रिलीज़ किया गया है। फिल्म का बजट 70 करोड़ बताया जा रहा है। फिल्म के निर्देशक रेमो डिसूज़ा का कहना है कि दूसरे और तीसरे दिन फिल्म की कमाई रफ़्तार पकड़ सकती है।

 

साथ ही साथ कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की पंगा(Panga)  ने भी स्ट्रीट डांसर को टक्कर दिया है।पर पंगा की ख़ास कलेक्शन नहीं हो पाई। पंगा एक शादीशुदा महिला कबड्डी खिलाड़ी पर आधारित है।  फिल्म में नायिका की अपने अस्तित्व की जंग और उसमें खुद को श्रेष्ठ साबित कर पाने की जद्दो-जहद है।
महिलाओं के बीच फिल्म को काफी पसंद किया गया।
“मैं एक मां हूं और मां के कोई सपने नहीं होते।'' अश्विनी अय्यर तिवारी निर्देशित 'पंगा' के इस डायलॉग से हर वो औरत खुद को जुड़ा हुआ पाएगी, जिसने अपने घर-परिवार और बच्चों के लिए अपने सपनों को भुलाकर अपनी पहचान तक खो दी हो।
फिर दौर आता है अपनी पहचान बनाने का अपने गम हुए सपनों को पूरा करने का।

 


दर्शकों ने बताया की फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा लम्बा रहा पर सेकंड हाफ में फिल्म ने अपनी रफ़्तार बहुत ही बेहतर तरीके से पकड़ी है। जया निगम के किरदार को कंगना ने एफर्टलेस और फ्लॉलेस होकर जिया है। उनका पहनावा हो या बॉडी लैंग्वेज, हर पहलू उनके चरित्र को संस्मरणीय बनाता है। जज्बाती दृश्यों में कंगना ने मेलोड्रामा करने के बजाय उसे इस टीस के साथ जिया है कि आपकी आंखें नम हुए बिना नहीं रह पातीं।

डायरेक्टर अश्विनी अय्यर (Ashwini Ayyar) को पंगा को लेकर नेशनल अवार्ड(National Award)  मिलने की उम्मीद है।
रिपोर्ट्स का मानना है की पंगा को 1500 स्क्रीन्स मिलें। पंगा में जज्बात है, कहानी इमोशनल भी कर जाती है. लेकिन कई बार इसे देखने पर दंगल और मैरीकॉम की याद आ जाती है. ऐसे में तुलना होना लाजमी है और वहीं पंगा मात खा जाती है।  पंगा सामान्य सी कहानी है,जो जया के इर्द गिर्द घूमती है।  इसमें गानों की सबसे बड़ी कमी है। ऐसा नहीं कि तड़कते-भड़कते गाने फिल्म में जरूरी हैं लेकिन कोई यादगार गाना सच्चे जज्बात को बयां करता हुआ भी नहीं है।

 

दर्शकों का कहना है कि कुछ यादगार पल को लेकर गाना होना चाहिए था। ट्रे़ड एनालिस्ट रमेश बाला की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म ने पहले दिन 2.50 करोड़ तक का कलेक्शन किया है। जो स्ट्रीट डांसर की तुलना में काफी कम है।
अब देखना यह होगा कि दर्शक कौन सी फिल्म को आगामी दिनों में ज्यादा पसंद करते हैं।

 

 

 

 

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