घोटाले की फहरिस्त MPPSC 2018 !
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक प्रध्यापक और रसायन शास्त्र पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा ली गयी |रिक्त पदों की पूर्ति के लिए दोबारा 20 जून 2018 को ऑनलाइन परीक्षा ली गयी | इस परीक्षा का परिणाम लिखित परीक्षा में प्रप्त अंक और अतिथि विद्वान को देय वरीयता के योग के गुणानुक्रम के आधार पर तैयार किये गए |
आइये देखते हैं , की कितनो पदों के लिए नियुक्तियां होनी थी थी |
कुल पदों की संख्या – 325
जिसमे अनारक्षित के लिए 111 पद जिसमे कुल 36 पद महिलाओं के लिए
अ.जा. के लिए 43 पद ,जिसमे 14 पद महिलाओं के लिए
अ.ज.जा. के लिए 94 पद ,जिसमे 31 पद महिलाओं के लिए
अ.पि। व के लिए 77 पद जिसमे 26 पद महिलाओं के लिए
कुल पदों में से अस्थिबाधित निक:शक्त जन के लिए 6 ,दृष्टिबाधित के लिए 15 और श्रवणबाधित के लिए 15पद आरक्षित हैं |
निम्न परीक्षा का परिणाम का पहला लिस्ट 16 अगस्त 2018 को मध्यप्रदेश लोकसेवा के द्वारा जारी किया गया , जिसे बाद में मध्यप्रदेश ने रोस्टर नहीं फॉलो करने और छोटी- छोटी विसंगतियो के कारण रोक दिया गया था | हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया की इन् गड़बड़ियों को दूर करने के बाद ही परिणाम घोषित किये जाए | जिसके बाद 5 सितम्बर 2019 को दोबारा परिणाम जारी किये गए |
अगर आप पुराने और नए रिजल्ट को गौर से देखेंगे तो जारी हुए नई लिस्ट में आपको भारी गड़बड़ी देखने को मिलेगा | द लोकनीति ने नए और पुराने परिणाम की लिस्ट को गौर से पढ़ा और पाया की की जारी हुए नई लिस्ट में कुछ बड़ी गलतियां हैं | दरअसल पुराने लिस्ट में जो अभ्यर्थी प्रतीक्षा सूचि के 225 वें पायदान पर था , वह जारी हुए नए रिजल्ट में 51वें पायदान पर मिलेगा | क्या ऐसा सिर्फ एक अभियार्थी के साथ हुआ है ?
बिल्कुल भी नहीं पुराने लिस्ट से ऐसे 15 अभियार्थी को कर्मबद्ध तरीके से प्रतीक्षा सूचि से हटाकर , सफल अभियर्थियों की लिस्ट में दाल दिया गया है | जो अभियार्थी पुराने लिस्ट में सफल वर्ग में थे ,उन्हें हटाकर नए लिस्ट में प्रतीक्षा वर्ग की लिस्ट में दाल दिया गया है |
अब सवाल यह उठता है की जो अभियार्थी पुराने लिस्ट में प्रतीक्षा वर्ग में थे , वे नए लिस्ट में सफल वर्ग में कैसे आ गए ? और ऐसे अभियार्थी जो पुराने लिस्ट में सफल वर्ग में थे , वो जारी नए लिस्ट में प्रतीक्षा वर्ग में कैसे आ गए ?