MP में काली कमाई से धन कुबेर बना आबकारी उपायुक्त ,लोकायुक्त की टीम ने 7 स्थानों पर मारा छापा मिली एक अरब रुपए की बेनामी संपत्ति
MP में काली कमाई से धन कुबेर बना आबकारी उपायुक्त ,लोकायुक्त की टीम ने 7 स्थानों पर मारा छापा मिली एक अरब रुपए की बेनामी संपत्ति
रायसेन: काली कमाई और भ्रष्टाचार के बूते एक सरकारी सेवक आबकारी उपायुक्त आलोक खरे धनकुबेर बनकर काली कमाई का साम्राज्य बना लिया। 100 करोड़ रुपए की बेनामी सम्पति का खुलासा अब तक लोकायुक्त की कार्यवाही में हुआ है। मंगलवार के तड़के जिला मुख्यालय स्थित चौपड़ा मोहल्ला फार्म हाऊस ओर डाबरा इमलिया में 19 सदस्यीय टीम ने छापामार कारवाही को अंजाम दिया। कारवाही में सैकड़ों एकड़ जमीन, फ्लैट, आलीशान बंगले, और लग्जरी कारें व जेवरात सहित लाखो रुपये की नगदी ओर कई निवेश के कागजात उजागर हुए है।
- अब तक की कार्रवाई में सामने आए तथ्य चौकाने बाले है। हालांकि लोकायुक्त की टीम ने प्रदेश भर में 7 एक साथ ठिकानों पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया। छापामार दल की अगुआई कर रहे डीएसपी नवीन अवस्थी ने बताया कि कार्यवाही में आगे और भी खुलासे होना संभव है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लोकायुक्त की पांच अलग-अलग स्पेशल टीम ने मध्य प्रदेश के सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के ठिकानों पर छापा मारा।
- खरे के रायसेन, छतरपुर इंदौर, भोपाल में पांच स्थानों पर एक साथ छापे मारे गए। आय से अधिक संपत्ति के मामले में ये कार्रवाई की गयी। छापे की कार्रवाई जारी है अब तक करोड़ों रुपए की चल-अचल बेनामी संपत्ति का ख़ुलासा हो चुका है। आलोक खरे आलीशान बंगलों, ज़मीनों और कई लग्जरी गाड़ियों का मालिक निकला, जो उसने अपनी नौकरी में रहते हुए कमाए।
- सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की 7 स्पेशल टीमों ने एक साथ छापे मारे। छापे की कार्रवाई खरे के रायसेन, छतरपुर इंदौर और भोपाल के घरों पर की गयी। भोपाल में बंगला नंबर 45 फेस 1 गार्डन सिटी जाटखेड़ी, होशंगाबाद रोड स्थित घर पर छापा मारा गया। आलोक खरे फिलहाल इंदौर में पदस्थ है। वे 1996 बेच के अधिकारी महज 24 वर्ष की नोकरी में उन्होंने काली कमाई कर यह सम्राज्य खड़ा किया था। इसके अलावा वह प्रदेश के कई जिलों में पदस्थ रह चुके हैं। अपनी नौकरी के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है।
ये हुआ ख़ुलासा
लोकायुक्त छापे से जुड़ी एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है। भोपाल लोकायुक्त टीम के छापे में बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक की कार्रवाई में सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के कई शहरों में आलीशान बंगले, प्लॉट, कृषि भूमि, ऑफिस, लग्जरी कार के दस्तावेज बरामद हुए हैं. चुना भट्टी भोपाल में 3200 वर्ग फीट के एक प्लॉट,ग्राम तारा सेवनिया भोपाल में 17.41 एकड़ कृषि भूमि,कैलाश पार्क इंदौर में 1500 वर्ग फीट का प्लॉट,श्री बिल्डर्स एंड डेवलपर्स में 5056 वर्ग फीट का एक आलीशान बंगला,सेंचुरी 21 मॉल में 1890 वर्ग फीट का एक ऑफिस का पता चला है। इसके अलावा रायसेन नगर पालिका सीमा में 21 एकड़ कृषि भूमि,कुसुम गृह निर्माण सहकारी समिति भोपाल में 1800 वर्ग फीट का एक प्लॉट,रायसेन नगर पालिका सीमा में 14.75 एकड़ कृषि भूमि,ग्राम डबरा इमलिया में 57.89 एकड़ कृषि भूमि,मैसर्स पारस हाउसिंग होशंगाबाद रोड में करोड़ों का निवेश खरे ने कर रखा है।
हर शहर में ज़मीन और बंगले
आलोक खरे ने 3 लग्जरी कारी, 2 ट्रैक्टर हाल ही में खरीदी थी। उनका छतरपुर में भी एक आलीशान बंगला है और ग्राम मक्सी भोपाल में 0.40 हेक्टेयर ज़मीन है। इसके साथ ही आलोक खरे, ग्राम रतनपुर सड़क भोपाल में 0.210 हेक्टेयर ज़मीन,ग्राम समरधा कलियासोत भोपाल में 0.28 हेक्टेयर ज़मीन, चूना भट्टी भोपाल में 0.15 एकड़ ज़मीन, बावड़िया कला मिसरोद में 2100 वर्ग फुट का एक प्लॉट,बागसेवनिया रामेश्वर कॉलोनी में 2160 वर्ग फुट का एक प्लॉट,बावड़िया कला श्री राम कॉलोनी में 194.86 वर्ग मीटर का एक प्लॉट,ग्राम मुगालिया छाप में 0.514 हेक्टेयर कृषि भूमि का मालिक है।
अभी और होंगे बड़े खुलासे
लोकायुक्त की टीम ने आलोक खरे के सभी ठिकानों से सोने-चांदी के ज़ेवर भी बड़ी मात्रा में बरामद किए हैं,जिनका मूल्यांकन किया जा रहा है. लोकायुक्त पुलिस को आलोक खरे के ख़िलाफ भ्रष्टाचार की लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत में कहा जा रहा था कि सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों की प्रॉपर्टी हासिल की है। शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त ने आलोक खरे के सभी संभावित ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।