जबलपुर : सोया हुआ प्रशासन आखिर कब होगा गंभीर?? बुजुर्ग कोरोना मरीज़ ने अस्पताल से कूदकर दी जान
मध्यप्रदेश/जबलपुर – नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज उस वक्त हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई जब कोविद-19 की खिड़की सेे एक मरीज़ बाहर निकल गया। और उसने खिड़की से छलांग लगा दी।
मिली जानकारी के अनुसार, भरतपुर निवासी प्रमोद सोनकर है जिन्होंने खुदकर अपनी जान दी हैं। वो करीब 65 साल के थे। विगत 5 दिनों से मेडिकल अस्पताल में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि वह अपने बेड से उठे और बाथरूम की और दौड़े, जहां मौजूद वार्ड बॉय ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक वह खिड़की से छलांग लगा चुके थे।
ये पहला मौका नहीं है जब किसी कोरोना मरीज़ ने अस्पताल की खिड़की से छलांग मारी हो। ये दूसरा मामला सामने आया है जब किसी कोरोना मरीज़ ने खिड़की से छलांग मारी हैं।
इस से पहले पिछले माह में भी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज़ ने खुदने की कोशिश की थी। हालांकि पुलिस और चिकित्सकों की समझाईश के बाद मरीज का हदृय परिवर्तन हो गया था और उसने खिड़की से कूदने का अपना फैसला बदल दिया था।
इधर, मेडिकल परिसर में उपस्थित लोगों का कहना है कि कोविड-19 वार्ड में मरीजों की ठीक तरह से देखभाल नहीं की जा रही है, जिसकी वजह से वहां फैली अवस्यवस्था की वजह से मरीज परेशान होकर आए दिन वहां से भागने का प्रयास करते रहते हैं।
सवालों के घेरे में जबलपुर प्रशासन
बताते चले कि इन घटनाओं को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही प्रशासन ने यहां खिड़कियों में जाली लगवाई थी, बावजूद इसके अस्पताल से कोरोना मरीज़ ने खुदकर अपनी जान दी हैं। क्या बार बार हो रहीं इन घटनाओं को जाबलपुर प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा हैं। आखिर क्या वजह है जो आए दिन यहां से कोरोना मरीज़ अपनी जान की कोशिश कर रहें हैं।