सभी खबरें

देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड : अभी भी फरार गोविंद सिंह, सुप्रीम कोर्ट ने मप्र सरकार को दिए ये आदेश

नईदिल्ली/मध्यप्रदेश/दमोह – हटा के कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्याकांड वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट सख्त हो गया हैं। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस ने गोविंद सिंह की गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हैं। जिले भर में फरार आरोपी के पोस्टर लगे हैं। उसकी सूचना देने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा साथ ही उसकी जानकारी गुप्त रखी जाएगी। बावजूद इसके गोविंद सिंह का सुराग पुलिस नहीं लगा पाई हैं। पथरिया में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया हैं। साथ ही विधायक के यहां काम करने वाले लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही हैं। 

इतना ही नहीं गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए रामबाई के ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी थी, बावजूद कोई सुराग नहीं मिला। बता दे कि गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 8 टीमें जिले से बाहर जबलपुर, छतरपुर, सागर, पन्ना, टीकमगढ़, नरसिंहपुर, भोपाल जिलों में तलाश कर चुकी हैं। 

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया इस मामले में मुख्य आरोपी गोविंद सिंह को अभी नहीं पकड़ा गया हैं। उसकी तलाश में पुलिस ने कई टीम बनाई हैं जो कई जगह छापे मार रही हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पुलिस को मामले से जुड़े आरोपी को जल्द पकड़ने का आदेश दिया। साथ ही मध्य प्रदेश पुलिस से हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा। 

इधर, बीएसपी विधायक (BSP MLA) रामबाई ने नया पैंतरा चला हैं। दरअसल, रामबाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें वो देवेन्द्र चौरसिया हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं। वो कह रही हैं कि उनके पति गोविंद सिंह देवर चंदू उर्फ कौशलेंद्र सिंह या कोई भी इस केस में दोषी पाया जाता है तो उनको फांसी पर लटका दीजिए या फिर आपको जरूरत नहीं पड़ेगी मैं स्वयं उन्हें फांसी पर लटका दूंगी। 

हालांकि, कुछ दिन पहले रामबाई ने अपने पति गोविंद सिंह से सरेंडर करने की अपील की थी। रामबाई ने मीडिया के जरिए कहा था कि मैं अपने पति से अपील करती हूं वो जहां भी हैं, न्यायालय या पुलिस के सामने आकर सरेंडर कर दें। हमने कोर्ट में जमानत के लिए हमने याचिका लगाई हैं। अगर सरेंडर नहीं करते हैं तो याचिका खारिज हो सकती हैं। 

गौरतलब है कि 15 मार्च 2019 को हटा के कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह परिहार और उनके परिवार के अन्य सदस्यों पर लगा। लेकिन वो दो साल से फरार हैं। पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं। 
बताते चले की दमोह के कांग्रेस नेता देवेन्द्र चौरसिया की लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले मार्च 2019 में हत्या कर दी गई थी। चौरसिया बीएसपी में थे लेकिन कुछ दिन पहले ही पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button