डगमगाती अर्थव्यवस्था के साथ महंगा हो सकता है मोबाइल, जूते, खाद और कपड़ें, जीएसटी में होगी बढ़ोत्तरी

डगमगाती अर्थव्यवस्था के साथ महंगा हो सकता है मोबाइल, जूते, खाद और कपड़ें, जीएसटी में होगी बढ़ोत्तरी
अर्थव्यवस्था का हाल पहले ही बेहद बुरा चल रहा था फिर अचानक इंट्री मारी कोरोना ने जिसके बाद बची हुई अर्थव्यवस्था को भी इस वायरस ने अपने चपेट में ले लिया और अब आपकों इतनी गंभीर स्थिति में अपनी जेब और भी ढीली करनी पड़ेगी क्योंकि भारत में मोबाइल फ़ोन, जूते और कपड़े जल्द महंगे हो सकते हैं. 14 मार्च को वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी परिषद) की एक अहम बैठक होने जा रही है जिसमें मोबाइल फ़ोन, जूते, खाद, कपड़ों पर लगाई जा रही अप्रत्यक्ष कर की दरें 12 फ़ीसदी से बढ़ाकर 18 फ़ीसदी करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है. मौजूदा वक़्त में मोबाइल फ़ोन पर 12 फ़ीसदी जीएसटी लगाया जाता है लेकिन इसमें इस्तेमाल होने वाले कुछ उपकरणों पर 18 फ़ीसदी जीएसटी लगता है. इसी तरह बनाए कपड़ों पर जहां 5 फ़ीसदी जीएसटी लगाया जाता है वहीं, बनाने में इस्तेमाल होने वाले कुछ सामान पर 12 फ़ीसदी कर लगाया जाता है. ऐसे में कर की दरों को समान करने के लिए इन सामानों पर जीएसटी की दर को 18 फ़ीसदी किया जा सकता है जिससे ये चीज़ें महंगी हो सकती हैं.