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"यज्ञ" वाले बयान पर मंत्री उषा ठाकुर ने दिया तर्क, कहा जैसे मच्छरों को मारने के लिए….

मध्यप्रदेश/इंदौर/भोपाल – मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अभी समाप्त नहीं हुई की तीसरी लहर की बात अभी से होने लगी हैं। शिवराज सरकार जहां कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की रणनीति बनाने में जुट गई है तो वहीं दूसरी तरफ उनके ही मंत्री अजीबोगरीब बयान दे रहे हैं। 

हालही में प्रदेश की पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का अजीबोगरीब बयान सामने आया था। 

मंत्री उषा ठाकुर का कहना था कि देश में कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर को रोकने के लिए लोगों को यज्ञ करना चाहिए। उषा ठाकुर ने अपने बयान में कहा था कि, 'सभी लोग पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ करें और दो-दो आहुति डालें। अभी 10, 11, 12 और 13 तारीख को सुबह 10 बजे यज्ञ करें। यज्ञ चिकित्सा है, यह कर्मकांड और अंधविश्वास नहीं है, बल्कि पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए चिकित्सा हैं। उन्होंने कहा कि यज्ञ करने से कोरोना की तीसरी लहर भारत को छू भी नहीं पाएगी।

उनके इस बयान के बाद विपक्ष सहित कई लोगों ने इसकी आलोचना की। साथ ही कई सवाल भी खड़े हुए। प्रदेश में हो रहीं इस आलोचना के बाद उन्होंने अपने बयान पर तर्क दिया। 

मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, वर्तमान की बात करूं, तो आप भी मेरी बात से सहमत होंगे। जब मलेरिया फैलता है, तो हम क्लोरोक्वीन देते हैं, इंजेक्शन लगाते हैं। इसके अलावा, हम धुएं के लिए भी तो कहते हैं। शहर में फाॅगिंग भी करवाया जाता हैं। हम यह फाॅगिंग कीटाणुओं को नष्ट करने और मच्छरों को मारने के लिए करते हैं। इसमें कुछ केमिकल मिला हाेता हैं। ठीक उसी तरह, यज्ञ का फाॅगिंग औषधियों का हैं। वाे औषधि सांसाें के जरिए रक्त में समाहित हाेती है। राेग प्रतिराेधक क्षमता बढ़ाती है। वातावरण स्वच्छ करती हैं। आज काेराेना की एक बड़ी वजह प्रदूषित वातावरण भी हैं। उन्हाेंने कहा कि हमें किसी समस्या के जड़ से समाधान पर नहीं जाना चाहिए।

उषा ठाकुर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आजादी के बाद से हजारों साल की गुलामी में… हम में से किसी ने भी वेदों को ठीक से पढ़ा हैं। जिन्होंने वेदों को पढ़ा है, वे जानते हैं… आप अथर्व वेद का अध्याय-2, सर्ग 31.. निकालिए। उसमें लिखा है, जब-जब महामारियों ने दुनिया को घेरा, तब किस प्रकार से हमारे लोगों ने उससे बचाव किया।

 

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