क्या है STEAM? देश में पहली बार मध्यप्रदेश के स्कूलों में होगा शुरू |
क्या है STEAM? देश में पहली बार मध्यप्रदेश के स्कूलों में होगा शुरू |
क्या है 'स्टीम'?
अंग्रेजी में स्टीम की स्पेलिंग है STEAM… इसका अर्थ है –
S – साइंस
T – टेक्नोलॉजी
E – इंजीनियरिंग
A – आर्ट्स
M – मैथेमेटिक्स
भोपाल: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आज बड़े परिवर्तन हुए है। हमारी शिक्षा बदलाव के साथ जुड़े, शिक्षा और ज्ञान में तालमेल हो, शिक्षक दक्ष हो और वे समाज सेवक के रूप में काम करें, यह सबसे बड़ी चुनौती हमारे सामने है। मुख्यमंत्री राजधानी में मिंटो हॉल में सांईस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्टस एवं मैथ्स (स्टीम) शिक्षा पद्धति पर आयोजित दो दिवसीय स्टीम कान्क्लेव 2019 के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे।
देश की शिक्षा व्यवस्था में कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुरुआत हो रही है स्टीम (STEAM) की। अधिकारियों का दावा है कि स्टीम लागू करने के मामले में मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा। अगर इसे सही तरीके से लागू किया जाता है, तो प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे करीब 1.21 लाख छात्रों को फायदा मिलेगा।
कैसा रहेगा पाठ्यक्रम ?
स्टीम एक तरह का पाठ्यक्रम है, जो स्टेम (STEAM – Science, Technology, Engineering, Arts,and Mathematics) से एक कदम आगे है। प्रदेश की स्कूली शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव रश्मि अरुण शामी ने कहा कि 'स्टीम करिकुलम समय की मांग है। इसकी मदद से छात्रों को वर्तमान समय के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जा सकेगा।'
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री कमलनाथ ने क्या कहा ?
- उन्होंने कहा कि आज विश्व में हर क्षेत्र में परिवर्तन हुआ है। शिक्षा भी अछूती नहीं है। परिवर्तन के इस दौर में हमारे शिक्षकों का अपग्रेड होना जरूरी है, नहीं तो हम अपनी भावी पीढ़ी को आज के और आने वाले समय के अनुकूल शिक्षित नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान को जोड़ा जाना बहुत जरूरी है, तभी हम अपने बच्चों का सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास कर पाएंगे।
- जब भी किसी क्षेत्र में बदलाव हुआ है, तो उसकी आलोचना हुई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने 21 वीं सदी के भारत की कल्पना करते हुए कम्प्यूटर क्रांति की शुरूआत की थी तब उसका विरोध यह कहकर किया गया था कि इससे बेरोजगारी बढ़ेगी, यह एक बेकार की कोशिश है। आज हम देख रहे हैं कि आईटी क्षेत्र में जो क्रांति हुई उससे न केवल बड़ी संख्या में हमारे युवाओं को रोजगार मिला है, बल्कि आज पूरे विश्व में हमारे देश के लोग आईटी के क्षेत्र में छाये हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए हमें बदलाव के साथ जुड़ना होगा।
- सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि प्रदेश शिक्षा की गुणवत्ता में अग्रणी राज्य बने। इसके लिए हमें कड़े कदम उठाना पड़े तो उठाएंगे। उन्हाेंने स्टीम शिक्षा पद्धति की सराहना करते हुए कहा कि इससे हम अपने बच्चों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास कर पाएंगे। वे रूचि के साथ पढ़ाई करें इससे उनका एक अलग तरीके से विकास होगा |
इस अवसर पर मुख्य सचिव एस आर मोहंती, माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष सलिना सिंह, स्टीम एजुकेशन की संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जार्जट येकमेन, डी ऐंज़ा कॉलेज केलिफोर्निया यू.एस.ए. की बाल विकास एवं शिक्षा विषय की प्रोफेसर जयंती तांबे रॉय, स्टोरी ट्राइंगल फाउन्डेशन की संस्थापक अर्पणा अत्रैय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे |