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महुआ का पेड़, पेड़ का स्पर्श, स्पर्श से इलाज.. आस्था या अंधविश्वास ?

पिपरिया। होशंगाबाद जिले के पिपरिया में बनखेड़ी ब्लॉक स्थित नयागांव जहाँ सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के प्रतिबंधित क्षेत्र में महुआ का पेड़ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

लोगो का दावा है कि इस पेड़ में दैवीय शक्ति है जिससे लोगो का इलाज हो रहा है। स्थानीय रहवासियों का कहना है कि 1 महीने पहले एक चरवाहे के हाथ पैर अकड़ गए थे, उसने इस पेड़ का स्पर्श किया शंकर भगवान को याद किया जिसके बाद उसके हाथ ठीक हो गए। इसके बाद से ही लोगो ने इस भगवान का चमत्कार मान लिए और इस पेड़ के दर्शन करने पहुँचने लगे, नवरात्र में यह खबर गाँव-गाँव आग की तरह फैल गई और अन्य जिलों से भी पीड़ित भक्त इस पेड़ के स्पर्श करने हजारो की तादाद में पहुँचने लगे, द लोकनीति की टीम ने भी घटना स्थल का दौरा किया तो देखा कि भीड़ इतनी अधिक है अब हालात यह हो चुके है कि इस पेड़ के आसपास कदम रखने की भी जगह नही है।

वन क्षेत्र में खुलेआम लोग चूल्हा जला रहे है, बाटी-हलुआ पक रहा है।
जिससे स्थान पर तापमान इतना अधिक हो गया कि कभी भी आगजनि की घटना से इनकार नही किया जा सकता।

प्रतिदिन पहुँच रहे हजारो भक्त

इस पेड़ को स्पर्श करने प्रतिदिन हजारों की संख्या में विभिन रोगों से पीड़ित लोग इस स्थान पर पहुँचने लगे है। आलम यह है कि रोज बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्थानीय लोगो को रोजगार मिल गया है और वह सब नारियल प्रसाद, नास्ते ,चाट फुल्की ,की दुकान लगाने लगे है।
इस पूरे मामले की खबर अन्य जिलों के लोगो तक पहुँचने के बाद भी न तो स्थानीय वन विभाग और न ही प्रशासन को इसकी भनक है।
खुलेआम धर्म के नाम पर लोगो की आस्थ से खिलवाड़ किया जारहा है। 

थाना प्रभारी भी पेड़ के आगे हुए नतमस्तक।

पिपरिया स्टेशन रोड थाना प्रभारी सतीश अंधवान जरूर इस घटना स्थल पर पहुँचे लेकिन बगैर यूनिफार्म ,
साथी स्टॉफ भी सिविल ड्रेस में ही नजर आया। लोगो को धर्म के नाम पर अंधविश्वास रोकने के बजाए थाना प्रभारी ही पेड़ के आगे नतमस्तक होते  दिखाई दिए।

जब इस बारे में थाना प्रभारी से बात की गई तो उनका कहना था ।

“सिविल ड्रेस में हम लोग स्थिति को परखने गए थे, वहाँ बालू के कण है जिस पर हाथ रखने से ब्लड पंप हो रहा है, मामला वन विभाग के अंतर्गत आता है ।”

वन विभाग भी कर रहा कोई अनहोनी का इंतज़ार

वन क्षेत्र होने के बावजूद प्रतिबंधित इलाके में इतनी बड़ी संख्या इंसानी गतिविधियों से वन प्राणीयो की जीवन शैली पर असर पड़ता है।

“अफवाह फैलाने वाले कि तलाश की जारही है। आपके माध्यम से यह जानकारी हमे मिली इस पर कार्यवाही की जाएगी साथ ही जो अवैध गतिविधियां धर्म की आड़ में कई जारही है उन पर भी रोक लगाएंगे।”
लोकेश नैनपुरे (एस.डी.ओ सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व,पिपरिया रेंज)

“स्थानीय लोगो द्वारा भ्रांति फैलाई गई है , ऐसा कोई साक्ष्य नजर नही आरहा जिससे यह साबित हो कि इस पेड़ में कुछ चमत्कार है। बनखेड़ी तहसीलदार को घटनास्थल पर भेजा है । लोगो को समझाइश देकर वहाँ से हटाया जाएगा।”
मदन रघुवंशी (एस.डी. एम)
पिपरिया

(नोट- द लोकनीति मीडिया ग्रुप प्रत्येक जनमानस के
धर्म और आस्था की इज़्ज़त और सम्मान करता है। इस खबर का उद्देश्य   आपको केवल अंधविश्वास और धर्म के नाम पर पाखंड के प्रति सतर्क करना है)

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