जिले के 1050 मजदूरो को आज रतलाम रेल्वे स्टेशन से 40 बसे लेकर पहुंचेंगी बड़वानी
- जिले के 1050 मजदूरो को आज रतलाम रेल्वे स्टेशन से 40 बसे लेकर पहुचेगी जिले में
बड़वानी से हेमंत नागजीरिया की रिपोर्ट:- गुजरात के राजकोट क्षेत्र में मजदूरी करने गये जिले के 1050 मजदूरो को आज शुक्रवार को ट्रेन के माध्यम से रतलाम लाया जा रहा है। इन मजदूरो को जिले में लाने के लिये कल गुरूवार को 40 बसे रतलाम के लिये रवाना की गई थी। इन बसो के साथ आये 40 बस प्रभारी एवं 4 नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि इन मजदूरो को ट्रेन से उतरने के साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण हो जाए. जिससे वे अपने साथ लाए हुए सूखा खाना इन्हें खिलाकर, बस के माध्यम से इन्हें जिले में ले जाए.
कलेक्टर अमित तोमर से प्राप्त जानकारी अनुसार राजकोट के आस-पास कार्य करने गये यह मजदूर लाॅक डाउन के कारण यही पर फॅस गए थे । जिसे शासन, विशेष ट्रेन सुविधा देकर राजकोट से रतलाम ला रहा है। रतलाम से इन मजदूरो को हम 40 बसो के माध्यम से अपने जिले में ले जायेंगे । इसके लिये प्रत्येक बस पर एक बस प्रभारी एवं 10 प्रभारियो के उपर 1 – 1 नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह बस प्रभारी एवं नोडल अधिकारी सुनिश्चित करायेंगे कि ट्रेन से आने वाले सभी मजदूरो का स्वास्थ्य परीक्षण रेल्वे स्टेशन पर ही हो जाए। वही उन्हें बड़वानी से लाया गया सूखा नास्ता मिल जाए । साथ ही उनकी सम्पूर्ण काउंसलिंग होकर उनकी पूरी जानकारी निर्धारित प्रपत्र में दर्ज हो जाए। जिससे यह प्रपत्र वे लोग बड़वानी जिला प्रशासन को भेज सके ।
कलेक्टर अमित तोमर ने बताया कि नोडल अधिकारियों द्वारा व्हाटसएप के माध्यम से भेजे जाने वाले इसी प्रपत्र के आधार पर बड़वानी में बस पहुंचने के पहले ही सम्पूर्ण व्यवस्था रूकमणी एकेडमी एवं जलसा रिसोर्ट में कर ली जायेगी । जिससे यह बसे जैसे ही इन मजदूरो के साथ इन दोनो स्थानो पर पहुंचेगी वैसे ही डाक्टरो के दल द्वारा पुनः इनका स्वास्थ्य परीक्षण कर ज्ञात किया जायेगा कि इसमें से कोई बुखार – खाॅसी – सर्दी से पीड़ित तो नही है। अगर कोई पीड़ित हुआ तो उसे जिला मुख्यालय पर ही बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर पर रखकर इलाज किया जाएगा.जबकि स्वस्थ्य लोगो को उनके घरो तक इन्ही बसो के माध्यम से भिजवाया जाएगा. घरो पर भेजने के पूर्व इन लोगो को भोजन – पानी भी निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.
बड़वानी से इन बसो को रवाना करने के पूर्व गुरूवार को जलसा में ही इन्हें जहाॅ पूर्णतः सेनेटाइज किया गया था, वही बस ड्रायवर सहित अन्य कर्मियो, नोडल अधिकारियो का भी स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया था । साथ ही 40 प्लास्टिक की बोरियो में लगभग 1500 पैकेट सूखा नास्ता रखा गया था । इस सूखा नास्ता में सेव- परमल एवं बिस्कुट के पैकेट सम्मिलित है। साथ ही समस्त बसो के डीजल टेंको को फुल करवाया गया था । वही नोडल अधिकारियों को आकस्मिक रूप से संभावित व्यय हेतु भी पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई गई थी.
जिला पंचायत सीईओ ने किया कर्मियो का मार्गदर्शन:-
40 बसो के माध्यम से जाने वाले समस्त बस प्रभारियो एवं नोडल अधिकारियो को किस प्रकार मजदूरो को लाना है, स्टेशन पर उनकी काउंसलिंग एवं निर्धारित प्रपत्र में किस प्रकार जानकारी भरना है । इस प्रपत्र को किस प्रकार जिले में भेजना है। आपसी समन्वय किस प्रकार बनाये रखना है। आकस्मिक स्थिति बनने पर किस प्रकार एक दूसरे का सहयोग लेते हुये कार्य करना है, आदि के बारे में विस्तार से जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, अपर कलेक्टर रेखा राठौर, तहसीलदार बड़वानी राजेश पाटीदार द्वारा बताया गया । इस दौरान इन अधिकारियों ने कर्मियो के प्रश्नो – जिज्ञासाओं का समाधान भी किया ।