जबलपुर:- गैलेक्सी अस्पताल कांड पर सियासत शुरू, कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर साधा निशाना, भाजपा सांसद राकेश सिंह ने किया पलटवार
जबलपुर:- गैलेक्सी अस्पताल कांड पर सियासत शुरू, कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर साधा निशाना, भाजपा सांसद राकेश सिंह ने किया पलटवार
जबलपुर :- जबलपुर की गैलेक्सी हॉस्पिटल कांड मामले में अब सियासत तेज हो गई है,इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट पर ट्वीट किये है.
वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री लघन घनघोरिया ने प्रशासन को घेरा है. इस पर भाजपा के सांसद राकेश सिंह ने भी पलटवार किया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले को लेकर एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा- ‘जबलपुर के गैलेक्सी अस्पताल में 5 मरीज़ों की दुखद मौत के बाद 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही गई थी, लेकिन 16 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक जांच पूरी नहीं हुई है. यह एक गम्भीर लापरवाही है, मृतक के परिजन न्याय मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं?’
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यह बात भी कही कि यह जानकारी भी सामने आई है कि अस्पताल ने रेड क्रॉस सोसायटी के माध्यम से 25 लाख रुपये का दान भी दिया है. यह संस्था सीधे कलेक्टर के दायरे में आती है, ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि जिस अस्पताल के ख़िलाफ़ 5 लोगों की मौत की जांच चल रही है, उससे यह दान राशि किन परिस्थितियों में व किस कारण से ली गई? सवाल यह भी है कि जब जांच चल रही है उसी समय यह दान देना और लेना कितना पारदर्शी है कहीं यह दान के रूप में प्रशासन को दी गई रिश्वत तो नहीं?’
पूरा मामला :-
नकली रेमदेसीविर इंजेक्शन सप्लाई मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सिटी अस्पताल के संचालक पर केस दर्ज,
जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंह मोखा, देवेश चौरसिया और सपन जैन पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज हुआ। मोखा विहिप के नेता भी हैं.
मोखा पर आरोप है कि इसने 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन कोविड मरीजों को लगा दिए. इन मरीजों में से कई की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. पुलिस की टीमें सरबजीत की तलाश कर रही हैं.
गौरतलब है कि विगत दिनों गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसीवीर मामले में सपन जैन को गिरफ्तार किया था. उसने पूछताछ में सरबजीत सिंह मोखा का नाम लिया. इसके बाद पुलिस ने 48 घंटे के अंदर नकली इंजेक्शन की चैन का भंडाफोड़ कर दिया. जांच में सामने आया कि सरबजीत ने 500 नकली इंजेक्शन इंदौर से बुलवाए थे. इन इंजेक्शन को उसके अस्पताल में भर्ती मरीजों को लगवा दिया गया और उनकी जान से बड़ा खिलवाड़ किया गया.
कैसे हुआ मामले का खुलासा :-
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने गुजरात में एक फॉर्महाउस पर रेड मारा था जहां से धीरे-धीरे कई लोगों के नाम सामने आते गए.
जांच में पता चला था कि करीब एक लाख फर्जी रेमडेसिविर इंजेक्शन देशभर के अलग-अलग राज्यों में बेचे गए हैं. इसी कड़ी में गुजरात पुलिस 7 मई को जबलपुर आई और आधारताल निवासी दवा व्यवसायी सपन जैन को गिरफ्तार कर ले गई. इसके बाद जबलपुर पुलिस भी हरकत में आई थी और लगातार दो दिनों से ताबड़तोड़ छापे मारे. सपन जैन की तीन दवा दुकानों को पहले ही सील कर दिया गया था, जबकि पूछताछ में दो बड़े अस्पतालों के नाम भी सामने आए थे. इसी जांच में सिटी अस्पताल के संचालक का नाम उजागर हो गया.
पुलिस मोखा की तलाश में जुटी हुई है