कमलनाथ की "सिंधिया-शिवराज" को खुली चुनौती, अगर है हिम्मत तो करें ऐसा, मचा बवाल
मध्यप्रदेश/इंदौर : प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर के सांवेर के अर्जुन बरोदा गांव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू (Premchand Guddu) के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। साथ ही साथ कांग्रेस से बगावत करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी बड़ा हमला बोला।
कमलनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर करार निशाना साधा। साथ ही दोनों नेताओं को खुली चुनौती दे डाली। कमलनाथ ने दावा किया है कि उन्होंने 15 महिनों में 26 लाख किसानों का कर्जा माफ किया हैं। मैं शिवराज सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को खुलेआम चुनौती देता हूं कि वह मेरी इस बात का खंडन करके दिखायें।
कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर हमलावर होते हुए बोले कि इनकी आंखें बंद है , इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता क्योंकि इनके कान बंद है, इनका तो सिर्फ मुंह चालू हैं। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर हैं।
ये सिर्फ घोषणाएं करते हैं। प्रदेश में 15 साल भाजपा की सरकार रही, 15 माह हमारी सरकार रही, मै सौदे की राजनीति नहीं करने वाला था इसीलिए मैने इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान की हत्या हुई हैं। सौदेबाज़ी करके सरकार को गिराया गया।
सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने सांवेर की जनता से पूछा साढ़े ग्यारह महीने में मैने कौन सा पाप, गुनाह, गलती की? मेरी सरकार को सौदाबाजी करके गिरा दिया। उन्होंने कहा कि मैने कर्जा माफ किया, माफिया के खिलाफ मुहिम छेड़ी, मिलावट के खिलाफ लड़ाई लड़ी, शुद्ध का युद्ध शुरू किया। उन्होंने कहा कि ये उपचुनाव प्रदेश का भविष्य तय करेगा।