"महाराज" ने मप्र से बनाई दूरी, मतदान कर दिल्ली लौटे, मां-बेटे ने भी नहीं डाला वोट, कांग्रेस ने ली चुटकी
मध्यप्रदेश/ग्वालियर – मंगलवार को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों (Assembly Seats) पर मतदान हुुुआ। जिसमें चुनाव लड़ रहे 355 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम (EVM) में कैद हो गई हैं।
उपचुनाव (By Election) के नतीजे न सिर्फ सत्ता का भविष्य तय करेगा, बल्कि दिग्गजों का भाग्य का फैसला भी होगा। जिसमें खास तौर पर कांग्रेस (Congress) छोड़कर भाजपा (BJP) में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के साथ साथ उनके समर्थकों का भी फैसला होना हैं।
बता दे कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र (Gwalior-Chambal Region) की 16 सीटों पर भी मतदान हुआ हैं। जहां सिंधिया का दबदबा माना जाता हैं। लेकिन मतदान के बाद सिंधिया प्रदेश में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
दरअसल, सिंधिया (Scindia) ने लगातार एक एक मतदाता से अपील की थी वे ये समझकर वोट करें कि सिंधिया ही चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन मतदान वाले दिन सिंधिया ग्वालियर तो आये पर मात्र आधा घंटे रुककर वोट डालकर वापस दिल्ली (Delhi) चले गए। इतना ही नहीं उनकी माँ माधवी राजे और पुत्र महाआर्यमन ने भी मतदान नहीं किया। जो राजनीतिक चर्चा का विषय बन रहा हैं।
सिंधिया की मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से दूरी अब चर्चा का विषय बन रही हैं। कांग्रेस ने इसको लेकर सवाल खड़े किए हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने ट्वीट कर सिंधिया पर हमला किया हैं। उन्होंने लिखा “श्रीअंत ने सबसे केई थी मतदान की अपील, कहा था सिंधिया परिवार की इज्जत का प्रश्न है (भाजपा का नहीं)। माँ माधवी राजे, पुत्र महाआर्यमन सिंधिया ने भी नहीं किया मतदान। एक एक वोट के लिए प्रत्याशी हो रहे थे परेशान।
गैरतलब है कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की 28 खाली पड़ी विधानसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान हो चुका हैं। अब फैसला 10 नवंबर को आएगा कि प्रदेश में किस की सरकार बनेगी। क्या कमलनाथ (Kamalnath) दोबारा वापसी करेंगे, या शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे।