जबलपुर : किसान सम्मेलन में बोले CM शिवराज नया कृषि कानून बनाएगा किसानों को सशक्त, समृद्ध और खुशहाल
जबलपुर : किसान सम्मेलन में बोले CM शिवराज नया कृषि कानून बनाएगा किसानों को सशक्त, समृद्ध और खुशहाल
- किसान हितैषी हैं नए कृषि कानून-मुख्यमंत्री किसानों को सशक्त, समृद्ध और खुशहाल बनाने सरकार संकल्पित
- मुख्यमंत्री ने जबलपुर में विशाल किसान सम्मेलन को किया संबोधित
- कांग्रेस इन कानूनों के जरिए देश और प्रदेश के किसानों को गुमराह कर उन्हें भड़काने का प्रयास कर रही है -CM शिवराज
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानूनों के जरिए किसानों को उनकी उपज का मूल्य तय करने का अधिकार दिया है,
- उन्हें सशक्त बनाया है, किसान को मर्जी का मालिक बनाया है- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
द लोकनीति डेस्क जबलपुर
बीजेपी अब नए कृषि बिल को लेकर किसानों का समर्थन जुटाने में लग गई। दिल्ली में किसानों का लगातार बुलंद आंदोलन देखकर दिल्ली में बैठी केंद्र सरकार और बीजेपी आलाकमान के कई बड़े नेता गहरी सोच में पड़ गए है। यही वजह है कि बीजेपी शासित प्रदेशों में मुख्यमंत्री और पार्टी नेताओं को उनके पार्टी लीडर ने सख्त निर्देश दिए है कि किसानों की भीड़ दिखाएं जिससे बची खुची साख बची रहे।
इसी तर्ज में मध्यप्रदेश के हर ज़िले में विशाल किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जबलपुर संस्कारधानी में ख़ुद पहुंचे CM शिवराज
सूत्रों की माने तो CM शिवराज का ख़ुद जबलपुर आना बड़ी बातों को दर्शा रहा है ,जी हाँ जबलपुर में डैमेज कंट्रोल की कमान खुद शिवराज ने थामी है क्योंकि बात महाकौशल की करें तो यहाँ मंत्रिमंडल में किसी भी बीजेपी नेता को मौका नहीं दिया गया वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में पूर्व की कमलनाथ सरकार मंत्रिमंडल में जबलपुर को दो मंत्रीपद से नवाज़ा गया था। अब यहां बीजेपी के नेताओ में अंतरकलह और अब नगरीय निकाय के चुनाव को लेकर सभी वार्ड पार्षद से लेकर अध्यक्ष पद और महापौर उम्मीदवार लम्बी लाइन में अपनी दावेदारी करने दरबार में शामिल होते नजर आये।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्र सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए लाए गए कृषि कानून को लेकर बुधवार को आज जहां जबलपुर के शहीद स्मारक भवन के प्रांगण में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इन कानूनों के जरिए देश और प्रदेश के किसानों को गुमराह कर उन्हें भड़काने का प्रयास कर रही है। वास्तविकता यह है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानूनों के जरिए किसानों को उनकी उपज का मूल्य तय करने का अधिकार दिया है, उन्हें सशक्त बनाया है, किसान को मर्जी का मालिक बनाया है।
10 साल तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में एक भी सिंचाई योजना पूरी नहीं की – CM शिवराज
मुख्यमंत्री चौहान ने नये कृषि कानून का विरोध करने पर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के मन में अचानक से किसान प्रेम जागृत हो गया है, किसानों के समर्थन में उपवास की बात करते हैं। लेकिन 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में एक भी सिंचाई योजना पूरी नहीं की । मैं कोरोना काल में मुख्यमंत्री बना, अर्थव्यवस्था चौपट थी। फिर भी अच्छे से सरकार चलाने की कोशिश की। उन्होंने कहा मैं एक दिन फाइल पलट रहा था तो पाया कमलनाथ दादा फसल बीमा प्रीमियम का 2200 करोड़ रुपए खा गये वो बोले थे किसानों का कर्ज माफ करेंगे। राहुल गांधी भी आये और कहा 10 दिन में कर्जा माफ नहीं तो ग्यारहवें दिन मुख्यमंत्री बदल दूंगा। हुआ क्या-किसान का कर्जा माफ हुआ नहीं, उल्टे कमलनाथ सरकार ने किसान के सिर पर ब्याज की गठरी रख दी । मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान चिंता न करें किसान के सिर से, ब्याज की गठरी भाजपा की सरकार उतारेगी। कमलनाथ सरकार ने हमारी शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की योजना बंद भी कर दी थी।
कमलनाथ दादा ने तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए केन्द्र को नहीं भेजी सूची
उन्होंने कहा कांग्रेस और कमलनाथ दादा ने तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए केन्द्र सरकार के पास किसानों की सूची तक नहीं भेजी। अब हमने उसे अपडेट किया है। उन्होंने कहा प्रदेश के छोटे-बड़े हर किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 6 हजार रुपए और प्रदेश सरकार की ओर से 4 हजार रुपए मिलाकर हर साल 10 हजार रुपए मिलेंगे।
किसानों के खाते में जमा होंगे 16 सौ करोड़
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 18 दिसंबर को प्रदेश के 35 लाख उन किसानों को, जिनकी फसल खराब हुई है। उनके खाते में 16 सौ करोड़ रुपए डाले जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन के रहते किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान आंदोलन में लोग देश के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। जिन्होंने कभी खेतों में काम नहीं किया वे किसान हितैषी होने का दम भर रहे हैं और कृषि कानून विधेयक के बारे में किसानों के बीच भ्रम व अफवाह फैला रहे हैं। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानून में प्रावधानित किया है कि किसान अपनी मर्जी से मंडी या बाहर जहां चाहे अपनी फसल बेच सकता है।
दो टूक शब्दों में शिवराज ने कहा कि कोई भी ताकत प्रदेश में मंडी बंद नहीं कर सकती
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा है कि मंडी बंद हो जायेगी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि कोई भी ताकत प्रदेश में मंडी बंद नहीं कर सकती । नया कृषि कानून किसान को उपज बेचने के लिए मंडी के अलावा और कई विकल्प दे रहा है। जहां अच्छी कीमत मिलेगी, किसान बेचेगा इससे किसान को अधिक लाभ होगा,तो ऐसे में कांग्रेस क्यों दाल भात में मूसलचंद बनने की कोशिश कर रही है।
किसान की फसल की कीमत यदि बोवनी के समय ही तय हो जाये और उसे लगे कि मुझे इस कीमत में मुनाफ होगा, तो किसी के पेट में क्यों दर्द हो रहा है। झूठ फैलाया जा रहा है कि जमीनों पर कब्जा हो जाएगा। हम किसी को भी किसान की जमीन हड़पने नहीं देंगे। तीनों कृषि कानून किसानों के हित में है । मध्यप्रदेश और देश का किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ है । कांग्रेस के पाखंड को किसानों ने जान लिया है। विपक्षी दल किसानों को भ्रमित करने के अपने प्रयास में कभी सफ्ल नहीं होंगे ।
मुख्यमंत्री ने कांट्रेक्ट फार्मिंग बिल पर कहा कि अगर किसान को फसल बोते समय ही कीमत का पता चल जाए तो क्या बुराई है? उन्होंने कहा कि किसान अगर मटर की कीमत का कांट्रेक्ट करता है अगर बाद में मटर का रेट बढ़ता भी है तो किसान को कांट्रेक्ट से बाहर जाने का अधिकार कृषि विधेयक में प्रावधानित है। उन्होंने होशंगाबाद जिले के पिपरिया में हाल ही में किसानों से उच्चतम मूल्य पर धान खरीदने का उदाहरण भी दिया। इस मामले में राइस कंपनी ने बाजार में धान की कीमत बढ़ने पर किसानों से क्रय करने से इंकार कर दिया था। किसानों की जागरूकता और प्रशासन की कार्रवाई से किसानों को वाजिब मूल्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा व्यापारी चाहे जितनी मात्रा में फसल की खरीदी करे स्टॉक लिमिट नहीं है मुख्यमंत्री ने किसान सम्मेलन में कहा कि तीनों कृषि कानून किसान हितैषी है।
प्रदेश में नहीं पनपेगा माफिया – यह मेरा वादा है
किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि गुंडे, माफिया, दादा, बदमाश, मसल पावर वाले सफेदपोशों को मध्यप्रदेश में किसी भी कीमत पर पनपने नहीं दिया जायेगा उन्हें मसल दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल है लेकिन बदमाशों, माफियाओं के लिए वज्र से ज्यादा कठोर है। मेरी सरकार जनता के लिए है।
जनता मेरी भगवान
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मैं प्रदेश की जनता को साष्टांग होकर प्रणाम करता हूं, शीश झुकाता हूं तो कांग्रेस के लोग कहते हैं मुख्यमंत्री घुटना टेक हैं । उन्होने कहा कि मेरे घुटने झुकते हैं तो जनता के सामने, जनता मेरी भगवान है मेरे लिए जनता से बड़ा कोई नहीं है। सम्मेलन में उपस्थित हजारों किसानों ने मुख्यमंत्री की अगुवाई में हाथ उठाकर कृषि कानूनों और मोदी सरकार का समर्थन किया तथा इन कानूनों का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ नारेबाजी की।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि आजादी के 70 साल तक किसानों को जो अधिकार नहीं मिला, उसे मोदी सरकार ने दिया है। किसान विधेयक के माध्यम से किसानों को अपनी फसल की कीमत तय करने का अधिकार मिला है, किसान को घर बैठे या मंडी में फसल को मनचाही कीमत पर बेचने का हक प्रधानमंत्री मोदी ने दिलाया है। शर्मा ने कृषि विधेयक का विरोध करने वाले कांग्रेसियों और वाममंथी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी जी के किसान हित में काम करने पर इन्हें आपत्ति है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीब, किसान के लिए पूरी तत्परता से खड़ी है । किसान को सशक्त सक्षम बनाने का काम मोदी सरकार कर रही है।
इस मौके पर केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसान हितैषी फैसलों की तारीफ की। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की अगुवाई में मध्य प्रदेश आज फसल उपार्जन के क्षेत्र में पूरे देश में नंबर वन राज्य है । वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना सरकार का लक्ष्य है। सरकार किसी भी स्तर पर किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी। सम्मेलन में जल संसाधन राज्यमंत्री राम किशोर नानो कांवरे, राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धुर्वे, ढाल सिंह बिसेन, अजय विश्नोई, गौरीशंकर बिसेन, सम्पतिया उइके, विनोद गोंटिया, अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी, नंदनी मरावी, संदीप जायसवाल, मुनमुन राय, विनय पांडे, जालम सिंह पटेल, राकेश सिंह पाल, अभिलाष पांडे, जीएस ठाकुर सहित बड़ी संख्या में जबलपुर संभाग के किसान मौजूद थे।