क्या वाकई में है दिल्ली पुलिस में फोर्स की कमी ? जिसकी वजह से हिंसा रोकने में नाकाम रही पुलिस
क्या वाकई में है दिल्ली पुलिस में फोर्स की कमी ? जिसकी वजह से हिंसा रोकने में नाकाम रही पुलिस
दिल्ली में नागरिका कानून को लेकर इस कदर बवाल मचा हुआ है कि आगजनी और हिंसा की वजह से लगातार लोगों की जान जा रही है साथ ही दिल्ली पुलिस का एक जवान भी इस हिंसा में गोलियों का शिकार हो गया है। लेकिन जब इसका कसूर दिल्ली पुलिस के ऊपर डाल दिया गया तब पुलिस ने इस बात को स्वीकारा है कि उनके पास फोर्स की कमी है। जी हां ये बात सच है कि दिल्ली पुलिस में जवानों की बेहद कमी है।
क्या कहा दिल्ली पुलिस ने फोर्स की कमी को लेकर
दिल्ली सरकार दिल्ली पुलिस पर आरोप लगा रही है कि पुलिस की नाकामी से हिंसा बढ़ी. और पुलिस दावा कर रही है कि हिंसा से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस पूरी तरह तैयार है. पुलिस का कहना है कि उनके पास फोर्स की कमी है. दिल्ली में 91,963 जवानों की जरूरत है जबकि दिल्ली पुलिस में 82,190 जवान ही हैं. 249 लोगों पर एक पुलिस वाले की जरूरत लेकिन फिलहाल एक पुलिस वाले पर 279 लोगों की जिम्मेदारी है. 2018 में 7144 जवान VVIP सुरक्षा में लगे रहे. दिल्ली की सुरक्षा में लगे ज्यादातर जवानों की शिकायत है कि उन्हें 14 घंटे की ड्यूटी करनी पड़ी है. आधे से ज्यादा जवानों को वीक ऑफ नहीं मिलता.