सागर और रीवा में शुरू हो गई कोविड -19 की जांच, जबलपुर में मशीनें तक नहीं लग पाईं
मध्यप्रदेश /जबलपुर (Jabalpur)। कोरोना वायरस( Coronavirus) की जांच में सागर (Sagar) व रीवा (Rewa) ने जबलपुर के मेडिकल कॉलेज नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल को पीछे छोड़ दिया है।पता चला हे कि दोनों कॉलेज में कोविड-19 के सैंपल की जांच करने लगे हैं जबकि जबलपुर में अब तक मशीनें ही नहीं लग पाई हैं। जांच में उपयोगी मशीनों का इंस्टालेशन तक नहीं हो पाया है, जिसके कारण कोरोना लैब चालू होने में अभी एक सप्ताह से ज्यादा समय लगना माना जा रहा है।
बता दे कि हालात यह हैं कि कोविड-19 संदिग्धों के सैंपल की जांच के लिए जबलपुर के प्रशासन को सागर व रीवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल का सहारा लेना पड़ रहा है। प्रदेश में कोरोना वायरस का संकट शुरू होने के बाद सागर व रीवा मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कोरोना की जांच प्रारंभ करा दी। एनआईआरटीएच (NIRTH) की कम क्षमता व जबलपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में भी जांच के लिए बातचीत चल रही है। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार का कहना है कि एक सप्ताह में कोरोना की लैब प्रांरभ हो जाएगी।
2 और मरीजों ने जीती कोरोना से जंग
, शनिवार को 163 सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना के 5 नए मरीज सामने आए थे। 22 सैंपल का क्वालिटी कंटोल फेल बताया गया थे। मेडिकल से भेजे गए 9 कोरोना मरीजों के रिपीट सैंपल में 2 निगेटिव व 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना से जंग जीतने वाली अनिता राठौर व दिशा राठौर को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से रविवार को छुट्टी दी है। इस के पहले कोरोना के 10 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
सागर से आई रिपोर्ट में 4 पॉजिटिव
जबलपुर से सागर मेडिकल कॉलेज भेजे गए 38 सैंपल की रिपोर्ट शनिवार दोपहर जारी हुई थी। जिसमें 4 मरीज कोरोना वायरस से पॉजिटिव मिले। शनिवार को ही रात में एनआईआरटीएच (NIRTH) ने 131 अन्य सैंपल की रिपोर्ट जारी की जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।