हनी ट्रैप में करना चाहता था नेताओं को Expose, लेकिन खुद के होटल से निकली 67 लड़कियां
इंदौर / खाईद जौहर – मध्यप्रदेश के इंदौर में पिछले दिनों यानी शनिवार को पुलिस ने रात को बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने स्थानीय कारोबारी जीतेन्द्र सोनी के घर, होटल, रेस्तरां और नाइट क्लब पर छापे मारे। इस दैरान उनके कार्यलाय और उनके अख़बार को भी सील कर दिया गया।
हैरानी की बात ये है कि जो पत्रकार लोगों तक देश की हर खबर पहुंचता है, भारत के संविधान में जिसे चौथा स्तम्भ दिया गया हैं, अगर वो ही ऐसी हरकत कर दे तो इसका असर कैसा होगा? यह आप समझ सकते हैं !
बता दे कि 15 साल तक इंदौर के जिसके अपराध को छुपाये रखा, आज आधी रात वो बेनकाब हुआ। यह प्रेस पर नहीं प्रेस के नाम पर जय्यादती करने वालो पर सही कारवाई के लिए इंदौर पुलिस की बड़ी कामयाबी हैं।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के इकलौते और पिछले 15 वर्षों से बेधड़क और बगैर रोंक-टोंक के संचालित डांस बार “माय होम” एक ऐसा नाम था जिसे इंदौर का बच्चा बच्चा जानता हैं। पुलिस ने हिम्मत दिखते हुए जीतू सोनी के अड्डे पर छापे मार कार्यवाही की। ऐसा करने पर उनके होटल से 67 लड़कियां बरामद हुई। जो बाहर निकलते वक़्त कैमरे के डर से मुह छुपा रहीं थी, अब ये तो सभी को पता ही होगा की कौन से अड्डों से मिली कौन सी लड़कियां मुह छुपाती हैं।
अब सवाल यह उठता है कि 15 सालों तक लड़कियों का ये अड्डा चलता कैसे रहा और सभी लोगों ने मौन रहकर कितने हज़ार लड़कियों के सामने खुद की आत्मा को लज्जित और समर्पित किया।
मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा ब्लैकमेलर है, अपना घर परिवार देखो, कहाँ चक्कर में पड़े हो
शायद लोग इस डर के मारे इस मामले का खुलासा नहीं कर पाए हो की वो तो एक ब्लैकमेलर हैं। उसका खुदा का अखबार हैं। जीतू सोनी से तो अंडरवर्ल्ड भी डरता हैं। ये सवाल हर किसी ने मन में आये होंगे, और इसी के चलते लोग खामोश रहें। ये सवाल एक बार तो सबके मन में आया ही होगा की आखिर सत्ता की ये कैसी लाचारी है की बीच शहर में अवैध डांस बार संचालित है और न कभी पुलिस ने पकड़ा, न कभी प्रशासन ने कोई आपत्ति ली और न ही कभी भोपाल ने कोई हिम्मत दिखाई। लेकिन आज आधी रात को मध्यप्रदेश जाग ही गया, अधिकारियों ने हिम्मत दिखाई, सरकार बीच में नहीं आई और समाज साथ खड़ा हुआ तब कहीं जाकर 15 सालों से बेधड़क जारी अड्डा बंद हो सका।
आज केवल इंदौर से एक बदनुमा दाग ही नहीं हटा बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की आड़ में छिपे बैठे ब्लैकमेलर का भी पर्दाफास हो गया हैं। समाचार जगत की शुद्धता का यह अभियान काबिले तारीफ हैं।
गौरतलब है कि जीतू सोनी फरार आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज अभी और भी कई मामले दर्ज होने की संभावना पुलिस की कार्यवाही जारी पुलिस के कई विभाग एक साथ काम कर रहे हैं।