इंदौर : यूट्यूब पर सीखा नोट बनाने का तरीका, और फिर ठेले पर चलाए नकली नोट

इंदौर : यूट्यूब पर सीखा नोट बनाने का तरीका, और फिर ठेले पर चलाए नकली नोट
- कनाड़िया थाना टीआइ आरडी कानवा ने जांच के लिए दल गठित
इंदौर/ राजकमल पांडे। नकली नोट का हूबहू नोट बना लेते थे। आरोपितों ने यूट्यूब से नोट बनाने का तरीका सीखा था। और नोटों की पहचान न हो इसलिए हाट बाजार, शराब दुकान, कलाली और ठेलों पर चलाते थे। उन एजेंटों की तलाश में पुलिस जुटी गई है। जो आरोपितों से सस्ते नोट लेकर बाजार में चलाते थे। कनाड़िया थाना टीआइ आरडी कानवा ने जांच के लिए दल गठित किया है। डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र के मुताबिक आरोपित लखन पुत्र रामप्रसाद कचोले निवासी सवासड़ा (नेमावर), हरिओम पुत्र रामअवतार तंवर निवासी कुमुंदगांव (खातेगांव) और विक्की उर्फ विक्रम पुत्र मोजीराम निवासी अतरसमा को रिमांड पर लिया जाएगा। गिरोह तक पहुंचने की शुरुआत विक्की से हुई थी। उसे एक वाइन शॉप के समीप से उस वक्त पकड़ा जब वह नोट चलाने की फिराक में आया था। 50 हजार रुपये के नकली नोट पकड़ने पर पूछताछ हुई तो लखन व हरिओम का नाम कबूला। एसआइ अविनाश नागर की टीम ने लखन के घर दबिश देकर नोट छापने की सामग्री व नोटों के साथ पकड़ लिया। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि नोट बनाने का यूट्यूब पर सीखा और इसके लिए बेहतरीन गुणवत्ता वाले कागज, स्याही और कलर प्रिंटर खरीदा। नोट असली जैसे लगे इसके लिए बीच में चमकीली झालर चिपकाई थी। टीआइ के मुताबिक आरोपित दसवीं और चौथी तक ही पढ़े हैं। इसलिए नोटों की सीरीज नंबर, मोटाई और अन्य चीजों पर ध्यान नहीं दे पाए थे।